Charles Bonnet Syndrome:एक नए शोध में चौंकाने वाला दावा किया गया है कि 10 लाख लोगों को ऐसी चीजें दिख रही है, जो मौजूद ही नहीं है.ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा NHS के अनुसार यह चार्ल्स बोनट सिंड्रोम है जो मोतियाबिंद जैसी आंखों की स्थिति से जुड़ा हुआ है.यूनाइटेड किंगडम में दस लाख से अधिक लोग चार्ल्स बोननेट सिंड्रोम (सीबीएस) नामक चिकित्सा स्थिति से पीड़ित हो हैं.Esme's Umbrella नाम की एक चैरिटी के एक नए शोध के अनुसार, ब्रिटेन में पांच में से एक व्यक्ति - यानी कम से कम दस लाख लोग - वर्तमान में इस स्थिति के साथ जी रहे हैं.
चार्ल्स बोनट सिंड्रोम क्या है, इसमें कैसी समस्या होती है?
यूके की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के अनुसार, चार्ल्स बोनट सिंड्रोम एक चिकित्सा स्थिति है जहां आप ऐसी चीजें देखते हैं जो वास्तविक नहीं हैं . ये हैलुसिनेशन है और ये स्थिति तब हो सकता है जब आपने अपनी दृष्टि खो दी हो.हैलुसिनेशन में आकार या रेखा जैसे पैटर्न हो सकते हैं या वस्तुएं, स्थान, जानवर और लोग हो सकते हैं.यह काला और सफेद या रंगीन हो सकता है और अचानक देखा जा सकता है. एनएचएस के अनुसार, हैलुसिनेशन कुछ मिनटों या कई घंटों तक रह सकता है. हालाँकि, आप इसे केवल देख सकते हैं लेकिन कुछ भी सुन, सूंघ या महसूस नहीं कर सकते.यह आमतौर पर तब होता है जब दृष्टि हानि 60 प्रतिशत या उससे अधिक होती है.चार्ल्स बोनट सिंड्रोम आपको किसी भी उम्र में प्रभावित कर सकता है, लेकिन यह आमतौर पर बुजुर्ग आबादी में पाया जाता है क्योंकि उम्र बढ़ने से दृष्टि हानि होने का खतरा अधिक होता है.
क्या है इसका बचाव और इलाज
ये आंखों से मस्तिष्क तक नियमित संदेशों को रोकता है, जिससे लोग ऐसी चीजें देख पाते हैं जो वास्तविक नहीं हैं.चैरिटी ने यह भी दावा किया कि 1,000 स्वास्थ्य विशेषज्ञों पर किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 37 प्रतिशत पेशेवरों को चार्ल्स बोनट सिंड्रोम के बारे में जानकारी नहीं थी. स्वास्थ्य एजेंसी ने स्पष्ट किया कि सीबीएस रोगी केवल हैलुसिनेशन ही देखता है. इस समस्या से पीड़ित लोगों को NHS ने उचित आराम करने और रात को सोने की सलाह दी है. आंखों की देखभाल के लिए, जरूरत पड़ने पर चीजों को बड़ा करने के लिए बल्बों का उपयोग करने की सलाह दी गई है. एनएचएस ने कहा कि वर्तमान में चार्ल्स बोनट सिंड्रोम का कोई इलाज नहीं है, लेकिन समय के साथ हैलुसिनेशन आमतौर पर कम होता है. हैलुसिनेशन की समस्या कम करने के लिए डॉक्टर थेरेपी का सुझाव दे सकते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.