Dermatomyositis: आमिर खान की फिल्म दंगल में बबीता का रोल करने वाली एक्टर सुहानी भटनागर की महज 19 साल की उम्र में डर्मेटोमायोसाइटिस नामक बीमारी से मौत हो गई. आपको बता दें कि पढ़ाई कर रही सुहानी दुर्लभ बीमारी कही जाने वाली डर्मेटोमायोसाइटिस (dermatomyositis) से पीड़ित थी और सात फरवरी को इसी बीमारी के चलते उनको एम्स में एडमिट करवाया गया था. चलिए जानते हैं कि आखिर डर्मेटोमायोसाइटिस क्या है और ये कैसे जानलेवा बन जाता है. 

 

क्या है डर्माटोमायोसिटिस
  

डर्माटोमायोसिटिस एक दुर्लभ ऑटोइम्यून डिजीज की श्रेणी में आती है, इस बीमारी में स्किन और मसल्स में सूजन आ जाती है. यह ऑटोइम्यून बीमारी है जिसका कारण जेनेटिक समस्या को माना गया है. इसके अलावा कुछ दवाएं, स्मोकिंग और वायरस इंफेक्शन के साथ साथ इनवायरमेंट भी इस बीमारी का कारण हो सकता है.  इस बीमारी पर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अलग तरह से रिएक्ट करती है और जब बीमारी हावी होती है तो शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और इसी के चलते वो बीमारियों से लड़ने में असहाय हो जाता है. ऐसे में इम्यून सिस्टम शरीर के हैल्दी टिश्यूज पर हमला करने लगता है और व्यक्ति ज्यादा तेजी से बीमार होने लगता है. 

 

डर्माटोमायोसिटिस के लक्षण और रिस्क  

इस बीमारी में स्किन पर चकत्ते और रैशेज  हो जाते हैं और मसल्स इतनी कमजोर हो जाती है कि उनमें दर्द होने लगता है. इस बीमारी में आंखों के आस पास की त्वचा पर चकत्ते भरी हो सकती है और धीरे धीरे मरीज की स्किन का रंग गहरा होने लगता है. लेकिन ऐसा ऐसा माना जाता है कि कुछ जेनेटिक समयाएं और खराब पर्यावरण इसका कारण बन सकते हैं. हालांकि ये बीमारी किसी को भी हो सकती है लेकिन ज्यादातर इसका शिकार 40 से 60 साल और 5 साल से 10 साल के बच्चे बनते हैं. डॉक्टर ये भी कहते हैं कि पुरुषों के मुकाबले डर्माटोमायोसिटिस का शिकार महिलाएं ज्यादा  होती है.

 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.