High Esr Symptoms: अगर आपको भी जोड़ों में दर्द, शरीर में अकड़न, सिर दर्द और फीवर की समस्या हो रही है तो आप इसे मौसमी बीमारी समझकर इग्नोर ना करें. ऐसी स्थिति तब भी होती है जब शरीर में ईएसआर का लेवल बढ़ जाता है. ESR यानी एरिथ्रोसिट साइट सेडिमेंटेशन रेट. बता दें कि ESR तरह का ब्लड टेस्ट है.जब ईएसआर का टेस्ट करवाया जाता है तो इसका रिजल्ट कम या ज्यादा दिखता है यानी कि जिन लोगों में ये ESR सामान्य होता है वह ठीक रहते हैं लेकिन जिन लोगों का ESR बढ़ा हुआ होता है उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती है. आइए जानते हैं ESR का स्तर अधिक होने से क्या-क्या समस्या हो सकती है.
ईएसआर टेस्ट का मतलब?
आपको बता दें कि ईएसआर टेस्ट बाकी अन्य ब्लड टेस्ट की तरह ही होता है. इस टेस्ट से मालूम किया जाता है कि जो ब्लड सैंपल लिया गया है उसके टेस्ट ट्यूब के नीचे कितने देर में लाल रक्त कोशिकाएं जम जाती है. आमतौर पर लाल रक्त कोशिका टेस्ट ट्यूब पर धीरे-धीरे डूबती है. लेकिन जब आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं होती है तो इस स्थिति में रेड ब्लड सेल एक साथ चिपक जाती है और तेजी से टेस्ट ट्यूब में डूबने लगती है.ये स्थिति सूजन या कोशिका क्षति का कारण बन सकती है.जितनी तेजी से लाल रक्त कोशिकाएं डूबती है.ईएसआर का स्तर उतना ही अधिक होता ऐसे में तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए. ये शरीर में किसी रोग की वजह से हो सकता है.
ईएसआर बढ़ने के लक्षण
- जोड़ों में दर्द
- शरीर में अकड़न
- गंभीर सिरदर्द
- वजन कम होना
- कंधे और गर्दन में दर्द
- कब्ज और दस्त की समस्या
- बुखार
- मल से खून आना
- भूख कम लगना
- हिमोग्लोबिन का स्तर कम होना
- सूजन
- बेचैनी
ईएसआर बढ़ने के कारण जानिए
- आर्टरी रोग
- गठिया
- सिस्टमैटिक वैस्कुलिटिक
- किडनी रोग
- इन्फेक्शन