Parkinson's Disease: हाल ही में खबर आई कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US president joe biden) पर्किंसंस (Parkinson's) का इलाज करवा रहे हैं और पिछले एक साल में पर्किंसंस के विशेषज्ञ एक डॉक्टर ने आठ बार व्हाइट हाउस में एंट्री की. ऐसे में जब राष्ट्रपति चुनाव सिर पर हैं, अमेरिकी राष्ट्रपति की संदिग्ध बीमारी को लेकर अमेरिका में खलबली मच गई है.


आपको बता दें कि पर्किंसंस उम्र संबंधी बीमारी है जिसमें दिमाग का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो जाता है और व्यक्ति के सोचने समझने की शक्ति पर इसका असर पड़ता है. चलिए आज आपको पार्किंसंस बीमारी के बारे में बताते हैं.


व्हाइट हाउस ने कहा राष्ट्रपति को नहीं है कोई बीमारी 
अमेरिका में चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप के साथ एक मंच पर बहस के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडेन एकाएक लड़खड़ा गए थे. इसके बाद ये कहा जाने लगा कि राष्ट्रपति बीमार हैं. इसके बाद व्हाइट हाउस के लॉग रजिस्टर की जांच के बाद ये खबर सामने आई कि पर्किंसंस रोग के एक विशेषज्ञ डॉक्टर ने पिछले साल में करीब आठ बार व्हाइट हाउस का दौरा किया.


इससे ये सवाल उठने लगे कि क्या राष्ट्रपति जो बाइडेन पर्किंसंस से पीड़ित हैं और उनका इलाज चल रहा है. हालांकि व्हाइट हाउस ने इस बात से साफ तौर पर इनकार कर दिया है और कहा है कि राष्ट्रपति को पर्किंसंस नहीं है और वो बिलकुल ठीक हैं.


क्या है पर्किंसंस 
पर्किंसंस दरअसल उम्र बढ़ने के साथ शुरू होने वाली बीमारी है. हालांकि आजकल ये रोग युवाओं में भी देखा जा रहा है, लेकिन अधिकतर इसकी चपेट में उम्रदराज लोग ही आते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि पर्किंसंस शरीर के नर्वस सिस्टम से जुड़ी बीमारी है जो ब्रेन पर असर करती है. इस बीमारी में व्यक्ति मानसिक संतुलन खोने लगता है और उसकी इंद्रियां कंट्रोल खोने लगती हैं.


मरीज को चलने फिरने में दिक्कत होने लगती है और उसके हाथ पैर कांपने लगते हैं. शरीर झुकने लगता है और सोचने समझने की शक्ति कमजोर होने लगती है. इस बीमारी में सेंस ऑर्गन भी इफेक्ट होते हैं. देखा जाए तो फिलहाल इस बीमारी का कोई सटीक इलाज नहीं है लेकिन इलाज के दौरान इस बीमारी को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.