Mood Booster Food: खाना जीने, पेट भरने और स्वस्थ के लिए तो जरूरी होता है इसके अलावा भोजन हमारे मूड को प्रभावित करने के लिए जाना जाता है.कुछ अच्छा खाना मिल जाए तो मूड अपने आप ही ठीक हो जाता है.शायद यही कारण है कि एक व्यक्ति जब अपने प्यार का इजहार करता है तो गिफ्ट्स के साथ खाने के लिए प्याज के बॉक्स के बजाए चॉकलेट लेकर जाता है.ऐसे कई फूड्स हैं जो हमारे मूड को अपलिफ्ट करने के लिए जाने जाते हैं तो वहीं कुछ फूड्स ऐसे भी हैं जिससे मूड खराब हो जाता है.कई ऐसे शोध हैं जिसमें ये बात सामने आ चुकी है.एक्सपर्ट के मुताबिक भोजन और मानवीय भावनाएं एक महत्वपूर्ण संबंध साझा करती हैं. "चॉकलेट की बाइट हमारे शरीर को सेरोटोनिन छोड़ती है, जिससे हम खुशी महसूस करते हैं.हमारे भोजन और भावनाओं के बीच सीधा संबंध है। भोजन हमें ऊर्जा देता है, और हमारी ऊर्जा हमारी भावनाओं पर आधारित होती है, हमारे भोजन की आदतों का हमारे मनोदशा और मन की स्थिति पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है.जानते हैं कौन कौन से फूड मूड अपलिफ्ट करन के लिए जाने जाते हैं
अखरोट-अखरोट ओमेगा-3 का एक समृद्ध स्रोत है. ओमेगा 3 फैटी एसिड्स मस्तिष्क के लिए जरूरी वसा है, लेकिन यह हमारे शरीर में अपने आप नहीं बन सकता इसलिए इसे खाने के जरिए लेना जरूरी हो जाता है ओमेगा-3 समृद्धि भोजन खाने से डिप्रेशन के लक्षणों में सुधार देखा गया है.
अंडे-अंडे में एमिनो एसिड ट्रिप्टोफैन का समृद्धि स्रोत होता है. ट्रिप्टोफैन है एक जरूरी अमीनो एसिड है जो सेरोटोनिन के उत्पादन के लिए जरूरी है. सेरोटोनिन आपके मस्तिष्क में एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो आपको खुश रखता है रोजाना अंडे खाने से वास्तव में आपके मूड को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है.
बादाम-बादाम खाने से भी आपके मूड को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है. बादाम मैग्नीशियम का एक अच्छा स्रोत है और इन्हें खाने से आपको ऊर्जा मिलेगी.यह एक बढ़िया मूड बूस्टर है.
काजू-काजू में जिंक की मात्रा होती है शरीर में जिंक का काम उदासी दूर करना है, जिंक की कमी से उदासी बनी रहती है. काजू का सेवन मूड को अच्छा करने में मदद करता है.
मच्छलियां-विटामिन डी की कमी से मानसिक स्वास्थ्य गड़बड़ा जाता है. हमें अवसाद से संबंधित शिकायतें होने लगती है, ऐसे में हमें मछलियों का सेवन करना चाहिए.इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड समृद्धि मात्रा में पाई जाती है.
डार्क चॉकलेट- डार्क चॉकलेट ना सिर्फ खाने में अच्छा लगता है बल्कि इसमें कुछ ऐसे कंपाउंड होते हैं जो दिमाग में केमिकल को बढ़ा सकते हैं, यह निश्चित रूप से एंडोर्फिन और सेरोटोनिन के लेवल को रिलीज करता है जो खुशी से जुड़े हुए होते हैं.