Left Handed People: लेफ्ट हैंड से लिखने वाले लोग सिर्फ लिखाई के मामले में ही नहीं बल्कि अन्य कई मामलों में भी राइट हैंड से लिखने वाले लोगों से अलग होते हैं. पूरी दुनिया की करीब 12 प्रतिशत आबादी उल्टे हाथ से लिखने का काम करती है. हालांकि इस संख्या के बढ़ने का अनुमान है. बात करें सेहत की तो लेफ्ट हैंड से लिखने वाले लोग कुछ मामलों में अन्य राइट हैंड से लिखने वाले लोगों की  तुलना में बेहतर होते हैं तो कई बीमारियों को लेकर बहुत अधिक संवेदनशील भी होते हैं. फिलहाल हम यहां लेफ्ट हैंडेड लोगों की उन बीमारियों के बारे में बात कर रहे हैं, जिनकी गिरफ्त में ये बहुत जल्दी आ जाते हैं...


1. अक्सर रहते हैं बेचैन


लेफ्ट हैंड से लिखने वाले लोगों को अक्सर रात के समय अधिक बेचैनी महसूस होती है. ये लोग आराम से गहरी नींद सो जाएं, ऐसा कम ही देखने को मिलता है. लेफ्ट हैंड से लिखने वाले लोगों में नींद में चलने की समस्या अधिक देखने को मिलती है. रिसर्च की मानें तो लेफ्ट हैंड से लिखने वाले 94 प्रतिशत तक लोगों को कभी ना कभी यह समस्या जरूर होती है.


2. माइग्रेन के प्रति अधिक संवेदनशील 


ऐसा देखने में आता है कि लेफ्ट हैंड से लिखने वाले लोगों में माइग्रेन की समस्या अधिक होती है. अलग-अलग स्टडीज में यह बात सामने आई है कि ये लोग माइग्रेन के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं. जबकि राइट हैंड से लिखने वाले लोग इनकी तुलना में माइग्रेन के प्रति दोगुना तक कम संवेदनशील होते हैं.


3. बसंत के मौसम में एलर्जी


यह देखा गया है कि लेफ्ट हैंड से लिखने वाले ज्यादातर लोगों को वसंत ऋतु आने पर कोई ना कोई एलर्जी जरूर हो जाती है. ये किसी भी प्रकार की एलर्जी को लेकर अन्य लोगों की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक संवेदनशील होते हैं. इन लोगों में ऑटोइम्यून डिजीज होने का खतरा भी अन्य लोगों की तुलना में अधिक रहता है.


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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