नई दिल्ली: अभी तक आई रिसर्च के मुताबिक, वीडियो गेम और टीवी बच्चों की सेहत और आंखों के लिए नुकसानदेयक होते हैं. लेकिन अब इससे एकदम उलट रिसर्च आई है जिसके मुताबिक, वीडियो गेम से बच्चों के स्किल डवलपमेंट में फायदा होता है. चलिए, जानते हैं क्या कहती है ये रिसर्च.


क्या कहती है ये रिसर्च-
वैज्ञानिकों का कहना है कि लेगोस गेम्स के साथ-साथ कुछ वीडियो गेम्स खेलने से बच्चों को विज्ञान और इंजीनियरिंग जैसी स्किल्स को बढ़ाने में मदद मिलती है.


शोधकर्ताओं का कहना है कि हालांकि इन स्पेशल स्किल्स का जेंडर के हिसाब से फर्क पड़ता है. खासतौर पर लेगोस गेम्स जैसे पजल्स गेम्स और बिल्डिंग ब्लॉकिंग गेम्स. हालांकि जो बच्चे ऐसे गेम्स कम खेलते हैं उनकी स्किल्स उतनी ही कम डवलप होती है.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
यूएस के को-ऑपरेटिव इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च इन एन्वायरमेंटल साइंस(CIRES) की ऐनी गोल्ड ने कहा कि अगर हम बच्चों के स्कूल शुरू होने से पहले ही उन्हें स्पेशियल स्किल्स बढ़ाने वाले खिलौने दें तो इससे हम उन्हें विज्ञान, टेक्नॉलोजी, इंजीनियरिंग और गणित जैसे श्रेत्रों में स्किल्स डवलप करने में उनकी मदद कर सकते हैं.


गोल्ड ने ये भी कहा कि ये सभी छात्र अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी कर चुके थे. अगर स्पेशियल स्किल्स स्कूल में बताई जाती तो भी हमें इतना ज्यादा अंतर देखने को नहीं मिलता. बचपन में या स्कूल के बाहर कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिससे बच्चों को बेहतर स्पेशियल स्किल्स मिलती हैं.


कैसे की गई रिसर्च-
मिनेसोटा के कोलोराडो बोल्डर और कार्लेटन कॉलेज के शोधकर्ताओं ने 345 यूनिवर्सिटी के अंडरग्रेजुएट्स से लिखित परीक्षा ली.


शोधकर्ताओं ने बहुत सी चीजों को ध्यान रखते हुए स्कोर दिए. बच्चों की स्पेशियल स्किल्स में बहुत ज्यादा अंतर पाया गया. यानि बचपन के खेलों ने एक बहुत ही बड़ा अंतर बना दिया था.


रिसर्च के नतीजे-
स्पेशियल नॉलेज टेस्ट में छात्रों ने 6 से 75 प्रतिशत के बीच में स्कोर किया. स्पेशियल स्किल्स स्कोर उन छात्रों के बीच काफी ज्यादा था जो निर्माण करने जैसे खिलौनों से और कुछ वीडियो गेम से जुड़े थे.


कुल मिलाकर, लड़कों ने परीक्षा में लड़कियों के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किया था, लेकिन जो लड़के और लड़कियां दोनों ही निर्माण करने जैसे खिलौने और वीडियो गेम खेलते थे उन्होंने लगभग एक जैसा ही अच्छा प्रदर्शन किया.


ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.