Pimple Behind Ear: कान का निचला हिस्सा बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial infection) पनपने के लिहाज से बहुत संवेदनशील होता है. क्योंकि एक तो ज्यादातर लोग नहाते समय भी शरीर के इस अंग को साफ नहीं करते हैं. दूसरा कारण यह कि पसीना (Sweating) और सीबम (Sebum) इस एरिया में देर तक बना रहता है और तीसरा कारण यह है कि सिर से झड़ने वाला डैंड्रफ (Dandruff) यहां जमा होता रहता है, जो इरिटेशन और खुजली की वजह बनता है.
जब आप कभी बहुत तेजी से कान के इस के इस हिस्से में खुजला लेते हैं और सफाई नहीं करते या कोई एस्ट्रीजेंट नहीं लगाते, ऐसे में यहां बैक्टीरिया को पनपने के लिए ग्राउंड मिल जाता है और पिंपल निकल आता है. कई बार यह पिंपल छोटा होता है तो कई बार एक ठोस गांठ के रूप में नजर आता है. जो बहुत अधिक दर्द करती है और धीरे-धीरे पकती है, जिसमें आगे चलकर पस पड़ता और तब यह फूट जाती है. यह बहुत ही दर्द देने वाली स्थिति होती है क्योंकि कान के इस हिस्से पर उगी फुंसी को आप खुद से साफ भी नहीं कर सकते.
क्यों होती है कान के पीछे फुंसी?
कान के पीछे उगी हुई फुंसी यदि हाइजीन की कमी के कारण नहीं हुई है बल्कि आप इसके उगने का कारण भी नहीं जानते हैं तो यह एक अच्छी बात है. क्योंकि ऐसी स्थिति में कान के पीछे की तरफ फुंसी तब निकलती है, जब शरीर अपने आपको डिटॉक्स करना चाहता है. शरीर में जब टॉक्सिन्स की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है तो बॉडी खुद को डिटॉक्स करती है और ब्लड प्यूरिफिकेशन की क्रिया भी करती है.
शरीर के कुछ खास अंगों में इस तरह के ग्लैंड्स होते हैं, जिनके जरिए शरीर खुद को डिटॉक्स करता है. ऐसी ही एक ग्लैंड कान के पीछे की तरफ होती है. ऐसे में इस जगह सूजन होना या फुंसी होना, इस बात का संकेत होता है कि बॉडी खुद को क्लीन कर रही है और रक्त में जमा गंदगी को बाहर निकाल रही है.
कान के अंदर फुंसी?
कान के अंदर फुंसी होने का सीधा-सा अर्थ है कान में बैक्टीरियल ग्रोथ का होना. यह कई कारणों से हो सकती है. जैसे, सिर में लंबे समय से डैंड्रफ रहना, कान में नमी रहना, गले में समस्या रहना, लंबे समय से चली आ रही कोल्ड की समस्या इत्यादि.
कान के पीछे होने वाली फुंसी को आप घरेलू नुस्खों के माध्यम से ट्रीट कर सकते हैं लेकिन कान के अंदर की फुंसी को छेड़ने की गलती ना करें. आप सीधे डॉक्टर से मिलें और उनके द्वारा लिखी गई दवाओं का ही सेवन करें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: नहाना सिर्फ नहाना नहीं होता, आप अगर सही तरीका यूज करें तो इन बीमारियों से बच सकते हैं
यह भी पढ़ें: अनजाने में ही सही बार-बार ये गलतियां करते हैं आप और हो जाता है पेट खराब