Liver Health: जिगर की आग सिर्फ बॉलीवुड के गानों में अच्छी लगती है, असल में हाल हो जाता है बेहाल, जानें बचाव के तरीके
Symptoms of Liver Irritation: पेट में या सीने पर जलन हो रही है और दवाई लेने पर भी पूरी तरह आराम नहीं मिल रहा है तो इसका एक कारण यह भी होता है कि इस जलन की असली वजह जिगर की आग है! कैसे, यहां जानें...
Liver irritation: ये बॉलीवुड सॉन्ग आपने जरूर सुना होगा 'बीड़ी जलाइले जिगर से पिया, जिगर मा बड़ी आग है...' गाना सुनकर आप भले ही कितना भी थिरकते हों लेकिन जब असल लाइफ में जिगर में आग लगती है तो थिरकना छोड़िए चलना भी मुश्किल हो जाता है. जिगर बोले तो यकृत यानी लिवर (Liver). यदि किसी भी कारण से लिवर में गड़बड़ी हुई और एसिड बनना शुरू हुआ तो सीने की जलन, पेट की गर्मी और बेचैनी चैन से बैठने नहीं देती. यहां इसी बारे में बताया गया है.
लिवर में जलन क्यों होती है
लिवर में जलन की सबसे बड़ी दो वजह होती हैं, पहली ये कि आपका खान-पान सही नहीं है और दूसरी ये कि आपके सोने और जागने का समय निश्चित नहीं है. इन दोनों में से कोई भी एक समस्या यदि लंबे समय तक बनी रहे तो लिवर कमजोर होना शुरू हो जाता है और कमजोर लिवर ना तो अधिक चिकनाई वाली चीजों को आराम से पचा पाता है और ना ही मैदा और स्पाइसी फूड्स को. इसलिए जलन की समस्या शुरू होने लगती है.
लिवर में जलन के लक्षण क्या हैं
- लिवर में जलन का मुख्य लक्षण यह है कि हर समय एसिडिटी की समस्या रहती है. यह एसिडिटी या पेट की गर्मी इतनी अधिक होती है कि जलन शांत करने वाली दवाओं का भी कोई खास असर नहीं होता है.
- भूख कम लगती या नहीं लगती है.
- सीने पर भी जलन हो सकती है.
- मुंह का स्वाद कड़वा रह सकता है
- मुंह से दुर्गंध आने की समस्या हो सकती है.
लिवर की जलन कैसे शांत करें
लिवर की जलन शांत करने के दो तरीके हैं, पहला तरीका इससे जुड़ा है कि आपको तुरंत जलन से राहत मिले इसके लिए क्या करें और दूसरा तरीका इससे संबंधित है कि आपको ऐसी समस्या हो ही नहीं, इसके लिए क्या करें. यहां इन दोनों के उपाय जानें...
तुरंत राहत पाने के लिए क्या करें
- ठंडा दूध पिएं
- लस्सी पिएं
- नारियल पानी पिएं
- सौंफ और मिश्री खाएं
- शहद चाटकर खाएं
- आंवला खाएं, आंवला चूर्ण या कैंडी खाएं
लॉन्ग टर्म उपाय
- खाना समय पर खाएं
- कभी भी दूध से बनी चीजों के साथ नमक ना खाएं
- पनीर को पकाकर नहीं हमेशा कच्चा खाएं वो भी बिना नमक के
- खाना खाने के बाद तुरंत चाय, दूध का सेवन ना करें. चाय में कम से कम आधे घंटे का और दूध में दो घंटे का गैप रखें.
- सोने और जागने का समय निर्धारित करें. देर रात तक जागने की आदत से बचें.
- तनाव के कारण भी पाचन पर बुरा असर पड़ता है. इसलिए योग और मेडिटेशन रोज करें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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