नई दिल्लीः क्या आप भी ऑफिस में देर तक काम करते हैं? क्या आपके काम के घंटे बढ़ गए हैं? अगर हां तो आपको सावधान होने की जरूरत है. जी हां, ऐसा होने से आपकी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है.



क्या कहती है रिसर्च-
हाल ही में आई रिसर्च के मुताबिक, काम का समय बढ़ जाने से दिल की धड़कन पर बहुत इफेक्ट होता है. अधिक घंटों तक काम करने से दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है. इस कंडीशन को आट्रियल फाइब्रलेशन के नाम से जाना जाता है. आट्रियल फाइब्रलेशन स्ट्रोक और हार्ट फेल का कारण भी बन सकता है.

रिसर्च के मुताबिक, जो लोग सप्ताह में 35 से 40 घंटे के बजाय 55 घंटे काम करते हैं उनमें आट्रियल फाइब्रलेशन होने की आशंका तकरीब 40% बढ़ जाती है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के प्रोफेसर मिका किविमाकी का कहना है कि आट्रियल फाइब्रलेशन का खतरा पुरुषों में 40% और अधिक रहता है. इसके अलावा जिनकी उम्र ज्यादा है, जिन्हें डायबिटीज, हाई ब्ल्डप्रेशर की समस्या है, मोटापे से ग्रसित हैं, फीजिकल एक्टिविटी नहीं करते, धूम्रपान करते हैं और दिल के रोगों से पीडित हैं, उन्हें भी आट्रियल फाइब्रलेशन होने का खतरा 40% अधिक रहता है.

'यूरोपियन हार्ट जनरल' में पब्लि‍श इस रिसर्च में कहा गया कि आट्रियल फाइब्रलेशन स्ट्रोक के विकास और स्वास्थ्य पर दूसरे प्रतिकूल असर डालता है. इसमें हार्ट फेल्योर और स्ट्रोक से जुड़े डेमेंशिया शामिल हैं.

नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.