सांस से जुड़ी बीमारी जो फेफड़ों और श्वसन तंत्र के अन्य भागों को प्रभावित करती है. सांस संबंधी बीमारी संक्रमण, तम्बाकू धूम्रपान, या सेकेंड हैंड तम्बाकू के धुएं, रेडॉन, एस्बेस्टस या वायु प्रदूषण के अन्य रूपों में सांस लेने से हो सकते हैं. श्वसन संबंधी रोगों में अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), पल्मोनरी फाइब्रोसिस, निमोनिया और फेफड़ों का कैंसर शामिल हैं.


इसे फेफड़ों का विकार और फुफ्फुसीय रोग भी कहा जाता है. सांस से जुड़ी बीमारी के जोखिम को जो बढ़ाती है वह है तम्बाकू धूम्रपान (दूसरे हाथ के धुएं सहित), वायु प्रदूषण, एलर्जी और व्यावसायिक जोखिम शामिल हैं. बाहरी वायु प्रदूषण और घर के अंदर वायु प्रदूषण (अक्सर ठोस ईंधन से खाना पकाने के कारण) भी आम कारण हैं.


बढ़ते प्रदूषण के कारण आजकल तो कम उम्र के लोगों में भी गंभीर सांस से जुड़ी बीमारी देखने को मिल रही है. कोरोना संक्रमित लोग भले ठीक हो गए हैं लेकिन उन्हें आज भी मौसम बदलने के साथ सांस से जुड़ी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ता है. 
सांस की बीमारी होने पर आपको अस्थमा, निनोमिया, टीबी आदि होने के कारण समस्या बढ़ जाती है. आप खान-पान से जुड़ी आदतों में बदलाव करके और कुछ चीजों से परहेज करके सांस की समस्या से राहत पा सकते हैं. जानते हैं सांस के मरीजों को कौन सी चीजें नहीं खानी चाहिए. 


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1- मूंगफली- सांस के मरीज को ज्यादा मूंगफली का सेवन नहीं करना चाहिए. कई बार मूंगफली से भी एलर्जी होने लगती है. अस्थमा भी एलर्जी के कारण हो सकता है. तो ऐसे में मूंगफली का सेवन न के बराबर करें, बल्कि किसी भी चीज का सेवन करने से पहले ये जरूर पता करें कि वह नुकसानदायक तो नहीं है.


2- दूध- वैसे तो दूध बहुत फायदेमंद होता है लेकिन अस्थमा के पेशेंट के लिए नुकसानदेह माना जाता है. कई बार दूध पीने बाद, सांस के मरीजों को खासी, गले में तकलीफ और सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है. इसलिए दूध का सेवन भी न करें तो अच्छा है.


3- नमक- हमेशा कहा जाता हैं न कि ज्यादा मात्रा में कोई भी चीज सेहत के लिए खराब ही साबित होती है. ठीक उसी तरह से ज्यादा नमक भी शरीर को नुकसान पहुंचाता है. नमक के सेवन से गले में सूजन आती है, जिसकी वजह से सांस लेने में दिक्कत आती है. 


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4- अल्कोहल- शराब और बियर दोनों में ही सल्फाइट मौजूद होता है जो सांस लेने में दिक्कत करता है. इसलिए अस्थमा पेशेंट को शराब और बियर दोनों का ही सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए.


5- अंडे- अंडे में कुछ ऐसे तत्त्व मौजूद होते है जिसके कारण फेफड़ो में तकलीफ होने लगती है. इसलिए सांस के मरीजों को अंडे खाना बिल्कुल मना होता है.


6- सोया- सोया भी कई बार एलर्जी का कारण बनता है. अस्थमा पेशेंट के लिए किसी भी चीज से एलर्जी ही सबसे ज़्यादा नुकसानदायक साबित होती है. आपको सोच समझ ही सोया का सेवन करना चाहिए.


7- मछली- जो लोग नॉनवेज नहीं खाते उनके लिए तो सही है, लेकिन नॉनवेज खाने वालों को फिश यानि मछली का सेवन एकदम बंद कर देना चाहिए. अस्थमा के मरीज को मछली से परहेज करने की सलाह दी जाती है. 


8- सुपारी- सुपारी का सेवन फेफड़ो की मरीज के लिए नुकसानदायक बताया गया है. अस्थमा पेशेंट को सुपारी का सेवन नियमित तौर पर नहीं करना चाहिए.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें..


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