आप अगर इतने घंटें से कम सोते हैं तो यह आपके शरीर और फेफड़ें के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. मैगजीन 'नेचर कम्युनिकेशंस' में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक कम सोने से आरईवी-ईआरबीए नामक के जिवाणु फेफड़ों पर असर दिखाती है. जिससे निशान बनने लगते हैं. पल्मोनरी फाइब्रोसिस या फेफड़े का निशान, एक गंभीर चिंता वाली बात है. जिसकी वजह से लंग्स मोटे और कठोर हो जाते हैं, और सांस लेने में कठिनाई होती है. जबकि दवाएं पल्मोनरी फाइब्रोसिस के लक्षणों को कम कर सकती हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फेफड़ों में एक बार खतरनाक इंफेक्शन हो जाए तो उसे दोबारा ठीक होने में टाइम लगता है. 


आइए समझते हैं किस तरह से सोने का पैटर्न लंग्स की बीमारी के बीच लिंक क्या है?


'किकेडियम रीदम प्रोटीन' REV-ERB की वजह से चूहा में कॉलाजेन का प्रॉडक्शन बढ़ जाता है. यह टिश्यूज को कनेक्ट करने में मेजर कंपोनेन्ट है. URMC टीम को जो लीड कर रहे थे पीएचडी डीन प्रॉफेसर इरफान रहमान  के मुताबिक 'किकेडियम रीदम प्रोटीन' REV-ERB की वजह से लंग्स में कॉलाजेन बढ़ता है. जिससे लंग्स इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है. 


यह शरीर की जैविक और फेफड़ों के रोगों के बीच की लिंक की पुष्टि करता है और इस लिंक के तहत एक नए तंत्र को उजागर करता है. अध्ययन के लेखक बताते हैं कि सर्कैडियन रिदम प्रोटीन, आरईवी-ईआरबीए की कमी, संयोजी ऊतक के एक प्रमुख घटक कोलेजन और लाइसिल ऑक्सीडेज के उत्पादन को बढ़ाकर चूहों में फेफड़े के निशान में योगदान देता है. जो संयोजी ऊतक को स्थिर करता है और इसे अधिक कठोर बनाता है.


यूआरएमसी में पर्यावरण चिकित्सा के डीन प्रोफेसर इरफान रहमान, पीएचडी के नेतृत्व वाली टीम ने पल्मोनरी फाइब्रोसिस वाले रोगियों के फेफड़ों के नमूनों में आरईवी-ईआरबीए के निम्न स्तर और बड़ी मात्रा में कोलेजन और लाइसिल ऑक्सीडेज पाया. चूहों में फेफड़ों की चोट को प्रेरित करने का एक समान परिणाम था. आरईवी-ईआरबीए के स्तर में कमी और कोलेजन, लाइसिल ऑक्सीडेज और फाइब्रोसिस के अन्य मार्करों के स्तर में वृद्धि.


इस रिपोर्ट के लेखक रहमान और वांग का कहना है कि यह सभी रिजल्ट यह साबित करते हैं फाइब्रोटिक बीमारी का इलाज संभव है. खासकर सर्केडियन जैसे मामले में. जैसे शराब ज्यादा पीने से लिवर फाइब्रोसिस जैसी बीमारी का कारण होता है. 


इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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