वर्ल्ड बेस्ट सुपरमॉडल बेला हदीद पिछले 15 सालों से एक खास तरह की बीमारी से पीड़ित हैं. वह बीमारी है लाइम रोग. इस बीमारी से बहुत कम लोग ही परिचित होंगे. यह एक तरह की गंभीर और घातक बीमारी है जो बैक्टीरिया के कारण होती है. इस बैक्टीरिया का नाम है टिक्स. इसके लक्षण तो बेहद आम होते हैं लेकिन कभी-कभी यह गंभीर साबित होते हैं. जैसे- सिरदर्द, जोड़ों में दर्द, थकान, बुखार और जब टिक काट लेता है तो स्किन पर दाने भी हो सकते हैं. लाइम की बीमारी अगर आपके आसपास किसी भी परिजन को है तो आपको बिना समय गवाएं  चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए. 


लाइम बीमारी के लक्षण


लाइन की बीमारी दूसरी बीमारियों जैसे फाइब्रोमायल्जिया, क्रोनिक थकान सिंड्रोम और मल्टीपल स्केलेरोसिस जैसे ही होते हैं. यदि आपमें ऐसे कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. या लाइम की बीमारी के शुरुआती जांच कराने चाहिए. खासकर घास और जंगली एरिया में खास ख्याल रखने की जरूरत है. क्योंकि इस एरिया में टिक्स मौजूद होते हैं. खासकर टिक्स लकड़ी में ही अपना ठिकाना बनाते हैं. 


लाइम रोग के कारण


संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे आम टिक-काटने से होने वाली बीमारी लाइम रोग है. यह बोरेलिया बर्गडोरफेरी प्रजाति के टिक्स के बैक्टीरिया के कारण होता है जो देश के कुछ हिस्सों (जैसे पूर्वोत्तर) में पाए जाते हैं. जब कोई संक्रमित टिक किसी व्यक्ति को काटता है, तो यह बैक्टीरिया को उसके ब्लड सर्कुलेशन में फैल जाता है. इसके बाद बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करते हैं और थकान, बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द और काटने के स्थान के आसपास "बैल की आंख" के आकार में दाने सहित कई लक्षण पैदा कर सकते हैं.


तो लाइम रोग गठिया का कारण भी बन सकता है. साथ ही साथ दिल से जुड़ी बीमारी और कई लंबी और गंभीर बीमारी का कारण भी बन सकता है. इसीलिए यदि आपको अपने शरीर में ऐसी कोई भी खास तरह के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो वह लाइम रोग से संबंधित हो सकता है तो उसकी जांच करवानी बहुत जरूरी है. यह बीमारी आगे जाकर गंभीर रूप न ले ले इसके लिए समय-समय पर इसका इलाज करवाना बेहद जरूरी है. 


बेला हदीद पिछले 15 साल से लाइम रोग से जूझ रही हैं. इस लंबे सफर में उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. अब वह इस बीमारी से जूझ रही दूसरे लोगों की सहायता कर रही हैं. साथ ही साथ लोगों को यह जागरूक करने का काम कर रही हैं.हदीद इस बात का उदाहरण है कि जो लोग पुरानी बीमारी से जूझ रहे हैं वे भी कैसे पूर्ण और सफल जीवन जी सकते हैं. उनकी आशा है कि उनकी कहानी दूसरों को यह एहसास कराने में मदद करेगी कि वे भी अपनी परिस्थितियों के बावजूद सफलता और खुशी पा सकते है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


ये भी पढ़ें: ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर (टीएनबीसी) क्या है? दूसरे ब्रेस्ट कैंसर की तुलना में TNBC कितना खतरनाक है?