Green Vegetables :  आज कल कम उम्र में ही लोगों में बैक पेन (Back Pain) की समस्‍या आम हो गई है, उम्र बढ़ने पर यह समस्या और बढ़ जाती है. बैक पैन में एक्‍सरसाइज कर सकते हैं. लेकिन एक अच्छी डाइट (Diet) भी इसमें महत्वपूर्ण होती है. अच्छी डाइट हमारे शरीर को सुरक्षा प्रदान करती है. आज यंग जेनरेशन ट्रेडिशनल हेल्‍दी फूड की बजाय जल्दी से बनने वाले खाने को पसंद करती है. यह चिंता का विषय है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं उस हेल्दी डाइट के बारें में जो बुढ़ापे में आपका सहारा बनेगी.

 

ग्रीन फ्रूट्स और सब्जियां खाएं

हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, हमें एंटी-इनफ्लेमेटरी डाइट और प्रोटीन रिच डाइट का फोलो करना चाहिए. हर दिन आपको आधी प्‍लेट सब्जियां और हरे फल खाने चाहिए. खाने की थाली में हर कलर की सब्जियां रखे. कलरफुल स‍ब्जियों में पॉलीफेनोल्‍स और बायोफ्लेवोनॉइड्स प्रचुर मात्रा में मिलते हैं. इनमें एंटी-इनफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. हरे पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकली, फूल गोभी, पत्‍तागोभी और पालक विटामिन ए, सी और विटामिन के भी इसमें अच्छी-खासी मात्रा में मिलता है.

 

फल खाएं

डाइट में फल जरूर शामिल होना चाहिए. गाजर, चुकंदर और कद्दू में बीटा केरोटीन पाया जाता है. यह पॉवरफुल एंटीऑक्‍सीडेंट माना जाता है. अगर इसे हम अपने खाने में शामिल करते हैं तो घुटने और पीठ के दर्द की समस्या कम होती है. खाने में सेब, अनानास, बेरीज, चेरीज, अंगूर और सिट्रस फ्रूट्स को जरूर रखना चाहिए. इसमें फ्लेवोनॉइड्स और एंटीऑक्‍सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.

 

ओमेगा-3 से भरपूर फूड खाएं

ओमेगा-3 फैटी एसिड रिच फूड में पाया जाता है. मछली, बादाम, अखरोट, फ्लेक्‍स सीड, चिआ सीड खाने से शरीर पूरी तरह फिट रहता है. ऑलिव ऑयल और मस्‍टर्ड ऑयल हर दिन की डाइट में जरूर शामिल करें. ये हड्डियां मजबूत बनाने में मददगार होती हैं.

 

इन मसालों से बनाए सब्जियां

कुछ मसाले और हर्ब्‍स जैसे अदरक, दालचीनी और लाल मिर्च को जरुर शामिल करें. हल्दी में करक्यूमिन नामक कम्‍पाउंड होता है, जो जोड़ों के दर्द को कम करता है. हल्‍दी के साथ काली मिर्च को भी शामिल करें. अदरक और लहसुन भी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं. इनमें एंटी-इनफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. इसके अलावा बाकी के मसालों के अधिक सेवन से बचना चाहिए.

 

डाइट में प्रोटीन को करें शामिल

डाइट में पर्याप्‍त मात्रा में प्रोटीन लेना चाहिए. प्रोटीन हमारी मांसपेशियों के विकास में सहायक होती है और उन्हें मजबूत बनाती है. अगर खाने में प्रोटीन की मात्रा सही है तो यह आपको बुढ़ापे तक बैक पेन नहीं होने देगी.

 

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