Male Infertility: पुरुषों में फर्टिलिटी कम होने की बड़ी वजह है लैपटॉप, जानें कितनी सच है ये बात
How Laptop Is Affecting Fertility: पिता बनने के सपने को चकनाचूर कर सकता है लैपटॉप पर काम करना. वर्क फ्रॉम होम के दौरान खूब रास आई यह आदत लेकिन अब छोड़ दो! नहीं तो घर में नन्हा मेहमान नहीं आ पाएगा...
Infertility in Men: महिलाओं के साथ ही पुरुषों में भी इनफर्टिलिटी का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. समस्या का कारण एक ही है, बदली हुई लाइफस्टाइल में कई गैरजरूरी चीजों का दखल और जरूरत से अधिक उपयोग. जैसे, महिलाओं का टाइट फिटिंग जींस और हाई हील्स का अधिक उपयोग इन्हें बीमार और इनफर्टाइल बनाता है. ठीक वैसे ही पुरुषों में स्मोकिंग, ड्रिंकिंग, लेट नाइट पार्टीज, नशा इत्यादि के साथ ही लैपटॉप पर अधिक समय तक काम करना और लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने की आदत इनमें इनफर्टिलिटी की समस्या को बढ़ा रही है.
लैपटॉप से कैसे बढ़ जाती है इनफर्टिलिटी?
- पुरुषों में बढ़ती इनफर्टिलिटी या नपुसंकता का कारण लैपटॉप को इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि जो पुरुष गोद में या थाईज के ऊपर लैपटॉप रखकर काम करते हैं, उनके अंडकोष का तापमान लैपटॉप से निकलने वाली हीट के कारण 1 से 2 डिग्री तक बढ़ जाता है.
- अंडकोष यानी टेस्टीकल्स में ही शुक्राणुओं यानी स्पर्म का निर्माण होता है. जब लैपटॉप हीट के कारण टेस्टीकल्स का तापमान एक से दो डिग्री बढ़ता है तो इतने में ही स्पर्म काउंट 40 फीसदी तक घट जाता है. इससे पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या हो जाती है.
- सिर्फ 1 से 2 डिग्री तापमान बढ़ने पर अंडकोष में शुक्राणुओं की संख्या 40 फिसदी तक गिर जाती है जबकि लैपटॉप को यदि दिनभर गोद में रखकर काम किया जाए या घंटों तक इस तरह जांघों पर रखकर काम किया जाए तो अंडकोष का तापमान 5 डिग्री तक बढ़ सकता है. अब सोचिए...अगर ऐसा होगा तो स्पर्म्स का क्या तो हाल होगा और क्या ही स्पर्म में गुणवत्ता बचेगी.
- क्योंकि लैपटॉप की हीट के कारण सिर्फ स्पर्म काउंट पर असर नहीं पड़ता है. बल्कि स्पर्म की क्वालिटी पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है और शुक्राणुओं की खराब गुणवत्ता के कारण भी पुरुष पिता बनने के सुख से वंचित रह जाते हैं.
जेनाइटल ऑर्गन्स पर लैपटॉप के बुरे असर से कैसे बचें?
- जननांगों पर लैपटॉप का बुरा असर ना पड़े इसके लिए सबसे पहले तो आप लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने की आदत एकदम बंद कर दें. यदि कभी जरूर हो तो एक-दो घंटे के लिए ऐसा कर सकते हैं लेकिन डेली हैबिट न बनाएं.
- काम करने के दौरान लैपटॉप से सिर्फ हीट ही नहीं निकलती बल्कि इलैक्ट्रोमेग्नेटिक फील्ड भी बनती है. यानी ईएमएफ और इसका असर इतना बुरा हो सकता है कि पुरुषों को आजीवन नि:संतानता का शाप लग सकता है.
- इलैक्ट्रोमेग्नेटिक फील्ड पुरुशों में स्पर्म काउंट और स्पर्म क्वालिटी को घटाने का काम तो करता ही है, साथ में इनकी गतिशीलता और तीव्रता को भी कम करता है. इससे इनकी गर्भाष्य में पहुंचने और निषेचन करने की क्षमता में कमी आती है.
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