Covid 19 Return: एक पीड़ित व्यक्ति में कन्फैब्यूलेशन, ब्रैडीकिनेसिया, लार आना और डिमेंशिया जैसे कई लक्षण दिखाई दे रहे थे साथ ही वह चल नहीं पा रहा था. इन लक्षणों के दिखाई देने के लगभग दो महीने बाद पीड़ित ने डॉक्टरी परामर्श ली. इसके अलावा वह कोविड-19 जांच में भी पॉजिटिव पाया गया. केस स्टडी के मुताबिक व्यक्ति के मस्तिष्क का एमआरआई भी किया गया लेकिन जांच में बीमारी का पता नहीं चला. 

 

स्टडी में यह भी बताया गया, "उनका सीटी ब्रेन और एमआरआई ब्रेन जांच किया गया. दोनों टेस्ट को दो बार दोहराने के बाद भी किसी प्रकार का प्रसार प्रतिबंध नहीं देखा गया, रिजल्ट नॉर्मल रहा." कई जांच के बाद, यह केस प्रिऑन रोग डाइग्नोस होने के क्राइटेरिया को पूरा करता दिखा. इस बीच मरीज की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी.

 

लगभग तीन महीने तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद मरीज धीरे-धीरे गूंगा होता गया और उसे नरम खाने को निगलने में भी दिक्कत होने लगी जिसके कारण पीईजी ट्यूब लगाना पड़ा. बाद में वह पैसिव फ्लेक्सन एक्सटेंशन पर गंभीर दर्द के साथ स्पास्टिक हो गया और छह सप्ताह बाद उसकी मौत हो गई.

 

रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया की लेबोरेटरी वर्कअप के आधार पर प्रिऑन संबंधित न्यूरो-डीजेनेरेटिव डिजीज और कोविड-19 के बीच संबंध स्थापित करना मुश्किल था लेकिन, "बीमारी के टाइमलाइन से यह क्लिनिक्ली स्पष्ट रहा क्योंकि लक्षण की शुरुआत कोविड-19 पॉजिटिव होने पर हुई. "

 

प्रिऑन क्या है?

 

रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के मुताबिक, "प्रिऑन" का अर्थ "असामान्य, पैथोजेनिक एजेंटों से है जो संक्रामक होते हैं और मस्तिष्क के विशिष्ट नॉर्मल सेलुलर प्रोटीन का असामान्य तह उत्पन्न करने में सक्षम होते हैं. इन्हें प्रिऑन प्रोटीन कहा जाता है जो मस्तिष्क में सबसे अधिक मात्रा में पाए जाते हैं".

 

“इन सामान्य प्रिऑन प्रोटीन के फंक्शन्स को अभी तक पूरी तरह से नहीं समझा जा सका है. प्रिऑन प्रोटीन के असामान्य तह से मस्तिष्क क्षति होती है और रोग के लक्षण दिखाई देते हैं. प्रिऑन रोग आम तौर पर तेजी से बढ़ते हैं और हमेशा घातक होते हैं." 

 

प्रिऑन रोग क्या हैं?

 

सीडीसी के मुताबिक, "प्रिऑन रोग दुर्लभ प्रगतिशील न्यूरोडीजेनेरेटिव डिसऑर्डर्स का एक परिवार है जो मनुष्य और जानवर दोनों को प्रभावित करता है. इसकी पहचान लंबे इन्क्यूबेशन पीरियड, विशिष्ट स्पंजीफॉर्म परिवर्तन से जुड़े न्यूरोनल हानि और इंफ्लामेटरी रिस्पॉन्स प्रेरित करने में विफलता से होती है."

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

 

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