नई दिल्लीः कैम्ब्रिज में रहने वाले 18 वर्षीय बायरन को पेट की लेफ्ट साइड में दर्द उठा तो वह चेकअप के लिए टीनेज कैंसर ट्रस्ट गया. जब वहां पर डॉक्टर्स ने उसे यूरिन प्रेग्नेंसी टेस्ट करने के लिए बोला तो वो चौंक गया. लेकिन इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात ये थी कि बायरन का प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आया. तब डॉक्टर्स ने बायरन को बताया कि उसे टेस्टिकुलर कैंसर हुआ है. आपको बता दें, डॉक्टर्स टेस्टिकुलर कैंसर की पहचान करने के लिए भी यूरिन प्रेग्नेंसी टेस्ट करवाते हैं. ये बेशक सुनने में अजीब लगे लेकिन ऐसे कई और मामले हैं जिनको लेकर लोगों को भ्रम होता है लेकिन असल समस्या कुछ ओर होती है. जानिए कुछ ऐसे ही केस के बारे में.


चोरी करने में मजा आना - जामा न्यूरोलोजी में प्रकाशित एक शोध में लोगों में चोरी करने की लालसा क्यों होती है? इस पर शोध किया गया है. शोध में पाया गया कि ये समस्या एक तरह से डेमेंशिया के कारण होती है. डेमेंशिया दिमाग के उस हिस्से पर असर करता है जो सही-गलत की पहचान करने में मदद करता है. इस समस्या में एक टॉफी चुराने से लेकर महंगा परफ्यूम चुराने तक की इच्छा प्रबल हो सकती है. मनोराग चिकित्सक डॉ. युसूफ का कहना है कि डेमेंशिया को दवाईयों के जरिए सही तरह से कंट्रोल किया जा सकता है.


सांस में बदबू आना- एक आम व्यक्ति यही सोचता है कि सांस की बदबू उसके द्वारा कुछ उल्टा-सीधा खाने की वजह से आ रही है लेकिन सांस की बदबू आने का कारण आपका लीवर भी बन सकता है. जी हां, लीवर में गड़बड़ होने के कारण भी ऐसा हो सकता है. सेक्सुअल मेडिसिन विभाग के हेड डॉ. रंजन भौसले का कहना है कि अगर लीवर ठीक से काम नहीं कर रहा तो वो खून में मौजूद टेस्टो‍स्टेरोन की मात्रा भी प्रभावित होती है और इससे सेक्स इच्छा और इरेक्शन पर प्रभाव पड़ता है. ऐसे में लीवर खराब होने से ना सिर्फ इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या हो सकती है बल्कि बदबूदार सांस भी आने लगती हैं.


बर्फ खाने का जुनून- अगर आपको खाना खाने के बजाय रेत, चोक और पत्थर जैसी चीजें खाना पसंद हो तो सकता है कि आप एनिमिक हो. ये हम नहीं कह रहे बल्कि फ्रांस के एक शोधकर्ता ने 2005 में अमेरिका जनरल ऑफ मेडिसिन में अपनी रिसर्च में कहा था. इस समस्या को ‘पिका’ के नाम से जाना जाता है. जसलोक हॉस्पीटल के डॉक्टर हेमंत ठक्कर का कहना है कि आयरन की कमी और बर्फ, चोक, पेंट जैसी चीजें खाने की लालसा के बीच अभी तक कोई पुख्ता वैज्ञानिक कारणों का पता नहीं चला है लेकिन हो सकता है जो लोग एनिमिक हो उन्हें ऐसी चीजें खाने से आराम मिलता हो.


अचानक ठंड लगना- तेज गर्मी में अचानक ठंड का अहसास होना आम बात नहीं है बल्कि ऐसा अंडरएक्टिव थॉयरॉइड ग्लैंड की वजह से भी हो सकता है. इस बीमारी में दिमाग का वो हिस्सा काम करना बंद कर देता है जो हमें ये अहसास दिलाता है कि ठंड है गर्मी. ऐसे में रोगी को अचानक ठंड या गर्मी का अहसास होता है जबकि वातावरण में कोई बदलाव नहीं होता. इस बीमारी को हाइपोथायरायडिज्म के नाम से जाना जाता है. डॉ. ठक्कर बताते हैं कि लोग इसे नजर अंदाज करके डॉक्टर्स को इस समस्या के बारे में बताते ही नहीं है.


नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.