Employee Break Benefits :  शॉपिंग साइट मीशो (Meesho) अपने सभी कर्मचारियों को रिसेट और रिचार्ज होने के लिए 9 दिनों की छुट्टी दे दी है. कंपनी ने नो लैपटॉप, मीटिंग, ईमेल और कॉल हॉलीडे का ऐलान किया है. यह छुट्टी 26 अक्टूबर से लेकर 4 नवंबर तक रहेगी. कंपनी की इस पॉलिसी की लिंक्डइन पोस्ट को गजब का पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिल रहा है. ऐसे में सवाल उठता है कि काम से छुट्टी आखिर क्यों जरूरी है. किसी कंपनी और उसके कर्मचारियों के लिए यह कितना महत्वपूर्ण हो सकता है. आइए जानते हैं...




काम से छुट्टी क्यों जरूरी है




किसी कंपनी का कर्मचारियों से काम करवाना और कर्मचारियों का काम के लिए आतुर हो जाना बहुत अच्छी बात है लेकिन हेल्थ का भी ध्यान रखना जरूरी है. काम के चक्कर में कभी भी हेल्थ को इग्नोर नहीं करना चाहिए. लगातार काम का स्ट्रेस एम्प्लॉई को बीमार बना सकता है, जो उसके और कंपनी दोनों के लिए ठीक नहीं है, इसलिए समय-समय पर छुट्टी लेना जरूरी हो जाता है.


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काम से छुट्टी लेने के फायदे ही फायदे




1. प्रोडक्टिविटी में सुधार होता है




एक्सपर्ट्स का मानना है कि जब बिना मन के जबरदस्ती, स्ट्रेस में रहकर काम करते हैं तो उसका असर बुरा पड़ता है. खुशी-खुशी छुट्टियां बिताकर आकर फ्रेश माइंड से काम करने पर प्रोडक्टिविटी बढ़ जाती है. विदेशों और भारत में कई कंपनियों ने इस प्रयोग को खुद देखा है. जिसका फायदा उन्हें मिला है.




2. स्ट्रेस कम होता है




काम के बिजी रूटीन से थोड़ा समय निकालकर छुट्टी पर जाने, आराम करने और मौज-मस्ती से न सिर्फ मन खुश होता है, बल्कि शरीर का स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिजोल कम होता है. जिसका फायदा सेहत को होता है. 


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3. दिल की बीमारी दूर होती है

साल में दो बार लंबी छुट्टियों पर जाने वालों को दिल की बीमारी का खतरा कम होता है. उन्हें दूसरों की तुलना में 8 गुना कम हार्ट डिजीज होती है. वहीं साल में एक बार भी लंबी छुट्टी पर न जाने वालों को हार्ट अटैक का रिस्क 32% तक ज्यादा होता है.

 

4. नई एनर्जी बॉडी को मिलती है

काम के प्रेशर के बाद ब्रेक लेने से डिसीजन की क्षमता मजबूत होती है, वर्कपावर भी बढ़ जाती है. छुट्टियां लेने वाले दूसरों की तुलना में ज्यादा एक्टिव और खुश रहते हैं, जिसका असर उनके काम पर भी देखने को मिलता है.

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