Vitamin And Minerals For Men: पुरुषों को इन बीमारियों का रहता है खतरा, स्वस्थ रहने के लिए डाइट में शामिल करें ये विटामिन
Men’s Health Problem: पुरुषों को स्वस्थ रहने के लिए अच्छा खान-पान और फिजिकल एक्टिविटी जरूर करनी चाहिए. ज्यादा ड्रिंक और धूम्रपान की आदत को छोड़ दें और फिट रहने कोशिश करें.
Men's Health Problem: पुरुषों को महिलाओं के मुकाबले कई गंभीर बीमारियां होती हैं. शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी से कई तरह की परेशानी होने लगती हैं. कई बार पुरुषों को महिलाओं से ज्यादा तनाव और चिंता रहती है. इसलिए समय-समय पर आपको अपनी हेल्थ का चेकअप करवाते रहना चाहिए. आपको लंबे समय तक हेल्दी रहने के लिए अपनी डाइट और लाइफ दोनों को लेकर प्लानिंग करने की जरूरत है. आज हम आपको पुरुषों में होने वाली कुछ गंभीर बीमारियों के बारे में बता रहे हैं. साथ ही पुरुषों की सेहत के लिए कौन से विटामिन और खनिज की जरूरत है. आइये जानते हैं.
पुरुष के स्वास्थ्य के लिए जरूरी विटामिन
1- मल्टी विटामिन (Multi Vitamin)- स्वस्थ शरीर के लिए विटामिन और मिनरल्स बहुत जरूरी हैं. कई बार खाने से हमें सभी जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं. इसके अलावा खाना पकाने के तरीके की वजह से भी कुछ पोषक तत्व नष्ट हो जाता हैं. ऐसे में आपको समय-समय पर मल्टीविटामिन सप्लीमेंट्स लेते रहना चाहिए. इससे शरीर में विटामिन और मिनरल की कमी को आप आसानी से पूरा कर सकते हैं.
2- सेलेनियम (Selenium)- जिन पुरुषों में सेलेनियम का लेवल हाई होता है उनके शरीर में अनियंत्रित मुक्त कणों (Free Radicals) में कमी आती है. ऐसे में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा भी कम हो जाता है. फेफड़े को कैंसर से लड़ने में भी मदद मिलती है. अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो आपको रोज सेलेनियम की डोज लेनी चाहिए. फ्री रेडिकल (Free Radicals) की वजह से झुर्रियों से लेकर कैंसर (Wrinkles to Cancer) तक की समस्या हो सकती है.
3-फोलिक एसिड (Folic Acid)- फोलिक एसिड महिला और पुरुष दोनों के स्वास्थ्य लिए जरूरी है. ये हार्ट और दिमाग के सही फंक्शन के लिए बहुत जरूरी है. फोलिक एसिड होमोसिस्टीन (Homocysteine) कम्पाउंड को गलाकर ब्लड को पतला बनाने और फ्लो अच्छा करने का काम करता है. इससे अल्जाइमर जैसी बीमारियां होने का खतरा भी कम होता है.
पुरुषों को होने वाली बीमारियां
1- प्रोस्टेट कैंसर- पुरुषों में उम्र बढ़ने के साथ प्रोस्टेट से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं. प्रोस्टेट पुरुषों के शरीर में एक अंग है जो ब्लैडर के ठीक नीचे होता है. प्रोस्टेट का काम सीमन फ्लूइड को प्रोड्यूस करना होता है. कई बार पुरुषों में एन्लार्ज्ड प्रोस्टेट की समस्या होने लगती है. इससे जुड़ा कैंसर भी पुरुषों को होने वाली गंभीर समस्या है. इसके लिए उम्र बढ़ने के साथ पुरुषों को अपने डॉक्टर से नियमित रूप से सलाह लेनी चाहिए. आपको प्रोस्टेट कैंसर की स्क्रीनिंग कराते रहनी चाहिए.
2- इरेक्टाइल डिस्फंक्शन- इरेक्टाइल डिस्फंक्शन भी पुरुषों में उम्र बढ़ने के साथ होने वाली आम बीमारी है. ये ज्यादा खतरनाक बीमारी नहीं है लेकिन जिन पुरुषों में यह दिक्कत होती है वो अपनी लाइफ को इंजॉय नहीं कर पाते. ऐसे में कई बार पुरुषों में डिप्रेशन बढ़ सकता है. अगर लंबे समय तक इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या रहती है तो इसका मतलब है कि शरीर में मौजूद रक्तवाहिकाओं की सेहत पूरी तरह से ठीक नहीं है. डॉक्टर्स इसे हार्ट से जुड़ी बीमारी का शुरुआती संकेत भी मानते हैं.
3- टेस्टोस्टेरॉन का लो लेवल- टेस्टोस्टेरॉन एक हार्मोन है जिससे पुरुषों को कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं. टेस्टोस्टेरोन पुरुषों के के यौन विकास और रंग-रूप को प्रभावित करता है. स्पर्म के प्रोडक्शन और पुरुषों की सेक्स लाइफ को ये प्रभावित करता है. मांसपेशियों और हड्डियों के निर्माण में भी ये हार्मोन मदद करता है. उम्र के साथ टेस्टोस्टेरॉन का उत्पादन कम होता जाता है. टेस्टोस्टेरॉन कम होने पर पुरुषों की सेक्स लाइफ भी कम हो जाती है. इससे बाल झड़न, थकान और मसल मास में कमी आने लगती है. कई बार इसकी वजह से मूड में भी बदलाव होने लगते हैं.
4- हार्ट से जुड़ी बीमारियां- पुरुषों में हार्ट से जुड़ी परेशानियां ज्यादा होती हैं. पुरुषों में हार्ट अटैक का खतरा भी ज्यादा होता है. दुनियाभर में हार्ट अटैक की वजह से सबसे ज्यादा पुरुषों की मौत होती है. हार्ट से जुड़ी परेशानी होने की बड़ी वजह कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना है. जिसकी वजह से खून के थक्के जम जाते हैं और धमनियों में ब्लॉकेज हो जाती है. इससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा रहता है. महिलाओं की तुलना में पुरुषों को एथेरोस्क्लेरोसिस होने का खतरा ज्यादा रहता है. पुरुषों को अपने ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रखना चाहिए.
5- फेफड़ों का कैंसर- पुरुष महिलाओं के मुकाबले ज्यादा धूम्रपान करते हैं जिसकी वजह से फेफड़ों का कैंसर होने का खतरा पुरुषों में ज्यादा होता है. फेफड़ों के कैंसर के 90 प्रतिशत मामले धूम्रपान की वजह से सामने आते हैं. चिंता की बात ये है कि लंग कैंसर काफी आक्रामक तरीके से फैलता है. इसके लक्षण जब तक नजर आते हैं तब तक ये तेजी से एक बड़े हिस्से में फैल जाता है और यहां से शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैलने लगता है. फेफड़ों के कैंसर का इलाज काफी मुश्किल है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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