मेनोपॉज (Menopause) को लेकर कई तरह की रुढ़िया भी है. जैसे पीरियड्स को लेकर घर में कुछ अजीबोगरीब बात कही जाती है. वहीं मेनोपॉज को लेकर भी कुछ बातें हैं जिसपर लोग सामने से बात करना पसंद नहीं करते हैं. इस दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं. जिसके कारण मूड स्विंग्स की समस्या भी होती है. जिसके कारण मेंटल हेल्थ बिगड़ने लगता है. इस दौरान एक चीज पर हमें ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है वह यह है कि मेंटल हेल्थ पर खास ध्यान देने की जरूरत है. मेंटल हेल्थ में कई तरह के बदलाव प्रीमेनोपॉज और मेनोपॉज के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं.


महिलाएं मेनोपॉज को लेकर यह सारी बातें नहीं बताती हैं


40 की उम्र के बाद एक महिला को कभी भी मेनोपॉज हो सकता है. अब आप सोचेंगे मेनोपॉज क्या है? दरअसल मेनोपॉज एक प्रोसेस है जिसमें महिला को पीरियड्स आना बंद हो जाते हैं. इस फेज से एक महिला अपनी  45 से 55 साल की उम्र में गुजरती हैं. पीरियड्स बंद होने का मतलब यह भी होता है कि आपकी ओवरी में एग्स पूरी तरह से खत्म हो चुके हैं. जिसके कारण पीरियड्स बंद हो जाता है. इसे ही मेनोपॉज कहते हैं. जैसे पीरियड्स को लेकर कई सारी मिथ है ठीक उसी तरह मेनोपॉज को लेकर भी कई ऐसी मिथ है जिस पर चर्चा करना बेहद जरूरी है. आज हम अपने इस आर्टिकल के जरिए इसी पर बात करेंगे. 


मेनोपॉज के बारे में मिथ या फैक्ट्स पर चर्चा करेंगे
मेनोपॉज एक प्रोसेस है.जो आमतौर पर पेरिमेनोपॉज से शुरू होती है. पेरिमेनोपॉज कुछ सालों तक चलता है जिसमें इरेगुलर पीरियड्स और कई तरह के हार्मोनल चेंजेज होते हैं. जब किसी महिला को लगातार 12 महीने तक पीरियड्स नहीं होता है तो वह समझ जाएं कि वह मेनोपॉज तक पहुंच चुकी हैं. जर्नल ऑफ मिड-लाइफ हेल्थ के मुताबिक मेनोपॉज संक्रमण 45-55 वर्ष की उम्र के बीच शुरू होती है. औसत अवधि सात वर्ष है, हालांकि इसे चौदह वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है.


मेनोपॉज के बाद शरीर की गर्मी बढ़ जाती है?
मेनोपॉज से आपकी बॉडी की गर्मी बड़ सकती है लेकिन इसके साथ आपको कई सारी दिक्कतें हो सकती है जैसे- रात में पसीना आना, मूड स्वींग होना, नींद की कमी. इस तरह के बदलाव से बचने के लिए आपको मसालेदार खाना, शराब और गर्म पेय पदार्थ से बचना चाहिए. 


मेनोपॉज का मतलब है कि आप बूढ़े हो गए हैं?
मेनोपॉज के दौरान आपको ज्यादा से ज्यादा आराम करने की जरूरत है. यह एक बायोलॉजिकल प्रोसेस हैं. यह कोई बीमारी या विकार नहीं. कुछ महिलाओं को मेनोपॉज 30 की उम्र के बाद ही हो जाता है. इसका मतलब यह नहीं है कि महिला बूढ़ी हो गई हैं. 


पेरिमेनोपॉज़ल चरण में गर्भवती होने की संभावना नहीं है?
हालांकि पेरिमेनोपॉज़ के दौरान प्रजनन क्षमता कम हो जाती है, फिर भी प्रेग्नेंट हो सकती हैं. प्रेग्नेंस से बचने के लिए मेनोपॉज तक पहुंचने तक गर्भनिरोधक का उपयोग जारी रखना महत्वपूर्ण है.


मेनोपॉज के कारण क्या वजन बढ़ने लगता है?
जरूरी नहीं कि मेनोपॉज के कारण वजन बढ़े. हालांकि, मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल चेंजेज शरीर की संरचना को बदल सकते हैं और पेट के चारों तरफ वजन बढ़ सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आप अपनी खानपान और लाइफस्टाइल का खास ख्याल रखें. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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