Supplements for Healthy Brain : हम जो कुछ भी खाते हैं, उसका असर हमारे ब्रेन पर भी पड़ता है. पौष्टिक खाना दिमाग तेज, एक्टिव और फोकस्ड बनाता है, जबकि अनहेल्दी चीजें याददाश्त कमजोर बनाती है और ब्रेन की क्षमता को प्रभावित करती है. ऐसे में मेमोरी बूस्ट और दिमाग को तेज बनाने के लिए सही डाइट फॉलो करना चाहिए.


न्यूरोकॉग्निटिव मेडिसिन की एक्सपर्ट और कैलिफोर्निया में एक ब्रेन ऑप्टिमाइजेशन क्लिनिक की फाउंडर डॉ. हीथर सैंडिसन ने 15 साल तक ब्रेन की स्टडी करने के बाद 5 ऐसे सप्लीमेंट्स की पहचान की है, जो दिमाग को हमेशा हेल्दी और एक्टिव बनाए रखते हैं. आइए जानते हैं इन सप्लीमेंट्स के बारें में...




1. नूट्रोपिक्स (Nootropics)




नूट्रोपिक, कॉग्नेटिव फंक्शन को बढ़ाने में मदद करते हैं. इनमें आमतौर पर जरूरी पोषक तत्वों जैसे विटामिन, हेल्दी फैट, अमीनो एसिड और जड़ी-बूटियां होती हैं. इसके अलावा कुछ कैफीन भी रहती हैं. डॉक्टर ने बताया कि नूट्रोपिक्स ध्यान केंद्रित करने, मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाने, मूड और नींद की क्वालिटी सुधारने में मदद करते हैं. 


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2. विटामिन डी के साथ के (Vitamin D with K)




फैट में घुलनशील विटामिन, खासतौर से विटामिन डी और के ओवरऑल हेल्थ को बनाए रखने में अहम रोल निभाते हैं. जिसका ब्रेन के फंक्शन पर प्रभाव पड़ता है. शोध से पता चलता है कि पर्याप्त विटामिन डी दिमाग को नुकसान नहीं होने देते हैं. विटामिन के कैल्शियम के लेवल को मेंटेन करने के लिए विटामिन डी के साथ मिलकर काम करता है, इसे हड्डियों तक पहुंचाता है. 




3. ओमेगा-3s (Omega-3s)




ओमेगा-3 जरूर फैटी एसिड में पावरफुल एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो न्यूरोइंफ्लेमेशन को कम करने और हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करने में मदद करने के लिए माना जाता है. चूंकि हार्ट, ब्रेन से जुड़ा होता है, इसलिए ओमेगा-3 के फायदे दोनों में फैले हैं. जब ब्लड फ्लो में ओमेगा-3 पर्याप्त मात्रा में मौजूद होते हैं, तो वे पूरे शरीर में कोशिका झिल्ली में शामिल हो जाते हैं, जिसमें ब्रेन की कोशिकाएं भी शामिल हैं.  इससे ब्रेन काफी एक्टिव रहता है.




4. प्रोबायोटिक्स (Probiotics)




प्रोबायोटिक्स गट हेल्थ को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं, जो ब्रेन की सेहत से जुड़ा है. रिसर्च में बताया गया है कि गट माइक्रोबायोम और कॉग्नेटिव फंक्शनिंग के बीच मजबूत संबंध है.आंत में लाभकारी बैक्टीरिया पाचन को बढ़ाकर पोषक तत्वों के अवशोषण को आसान बनाते हैं, जिससे जरूरी विटामिन और खनिज ज्यादा उपलब्ध होते हैं. इसके अलावा ये गुड बैक्टीरिया न्यूरोट्रांसमीटर का उत्पादन भी करते हैं, जो मूड, मेंटेल हेल्थ के लिए फायदेमंद होते हैं.




5. पाचन एंजाइम (Digestive enzymes)




जैसे-जैसे हमारी उम्र के लोग, हमारे शरीर में हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्पादन कम होने लगता है, जिसे खाने में शामिल करना और पोषक तत्वों को अवशोषित करना जरूरी है. एंजाइमों से भरपूर आहार इस कमी को बैलेंस करने और हेल्दी डाइट को पूरा करने में मदद कर सकता है.


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