Alzheimer : अल्जाइमर इतनी खतरनाक बीमारी होती है, जिसमें दिमाग की कोशिकाएं मरने लगती हैं और ब्रेन का आकार घटने लगता है. पूरी दुनिया में ये बीमारी तेजी से बढ़ रही है. सबसे बड़ी चिंता की बात है कि इसका कोई इलाज भी नहीं है. उम्र बढ़ने के साथ ही इस बीमारी का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है.


बुढापे में यह ज्यादा परेशान करती है. अल्जाइमर होने पर छोटी-छोटी चीजें दिमाग से निकलने लगती हैं. चश्मा, चाबी जैसी चीजें भी भूल जाती हैं. कई बार तो रोजाना के काम, नहाना यहां तक की रास्ते भी याद रख पाना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में बिना देरी किए डॉक्टर से मिलना चाहिए.




अल्जाइमर कितनी खतरनाक बीमारी




अल्जाइमर डिमेंशिया का ही एक प्रकार है, जिसमें सोचने-समझने की क्षमता प्रभावित होती है, याददाश्त कमजोर और व्यवहार बदल जाता है.




डिमेंशिया के 60-70 प्रतिशत मामले अल्जाइमर के ही होते हैं.




65 की उम्र के बाद हर 5 साल में अल्जाइमर का खतरा दोगुना हो जाता है.




अगर परिवार में किसी को अल्जाइमर है तो आने वाली पीढ़ी में इसका खतरा बढ़ जाता है.


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अल्जाइमर के 7 स्टेज




1. पहले स्टेज में लक्षण नजर नहीं आते हैं.




2. छोटी-मोटी चीजें भूलने लगना.




3. एकाग्रता और याददाश्त का कमजोर होना. फिजिकल-मेंटल हेल्थ पर असर पड़ना.




4. रोजमर्रा के काम में परेशानी आने लगना.




5. बीमारी के लक्षण बढ़ना और दूसरों पर निर्भर होने लगना.




6. खाना खाने, कपड़े पहनने में भी दूसरों की मदद की जरूरत




7. बोलने में दिक्कत होना, हाव-भाव भी न जता पाना.




अल्जाइमर के लक्षण कैसे दिखते हैं




याददाश्त कमजोर और कुछ भी याद रख पाने में मुश्किल होना. चीजों की सही पहचान न कर पाना




लिखने-बोलने में दिक्कतें होना




समय, जगह या दिशा का भ्रम होने लगना




सवाल हल कर पाने में मुश्किल होना




सोचने-समझने या फैसले लेने में दिक्कत होना




खाना, कपड़े पहनना, यहां तक टॉयलेट जाना तक भूलना




रोजमर्रा के काम में परेशानी, खुद को साफ रखने में दिक्कत होना




पर्सनालिटी और बिहैवियर में बदलाव





अल्जाइमर से बचने के लिए क्या करें




विटामिंस और मिनिरल्स से भरपूर हरी सब्जियां खाएं.




विटामिंस और पोषक तत्वों से भरपूर ताजे-मौसमी फल खाएं.




डाइट में एंटीऑक्सीडेंट शामिल करें.




शराब-सिगरेट से दूरी बनाएं.




मेडिटेशन करें, पजल्स सॉल्व करें, पहेलियां बुझाएं, दिमाग को एक्टिव रखें.




अकेले न रहें, लोगों से मिले-जुलें.




मॉर्निंग वॉक पर जाएं, एक्सरसाइज,  योग-मेडिटेशन करें.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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