Health Tips: छोटे बच्चों का पसंदीदा काम होता है कलरिंग करना..यह बच्चों को जितना अच्छा लगता है, बड़ों की सेहत (Health) के लिए उतना ही फायदेमंद होता है. कलर करना (coloring) तनाव को दूर भगाने का सबसे बेस्ट तरीकों में से एक माना जाता है. लाइफ के बिजी शेड्यूल से अगर आप अपने दिमाग को रिलैक्स करना चाहते हैं तो रंग भरने का काम शुरू कर दीजिए. अगल-अलग तरह के रंग और चित्र दिल, दिमाग और मन पर अच्छा प्रभाव डालता है. इससे आंखों को भी आराम मिलता है. आइए जानते हैं मेंटल हेल्थ (mental health) के लिए यह कितना असरदार होता है. 

 

दर्द और एंग्‍जाइटी को दूर भगाने में मददगार

एक हेल्थ वेबसाइट के मुताबिक, अलग-अलग तरह के रंग आपके दर्द और एंग्‍जाइटी (anxiety) को कम कर सकते हैं. करीब एक घंटे कलरिंग करना मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है. इससे मन भी शांत रहता है. इन दिनों तनाव कम करने के लिए कलरिंग बुक काफी पसंद किया जा रहा है. इससे एंग्‍जाइटी की समस्या से छुटकार मिल रहा है तो हिडन टैलेंट भी बाहर आ रहा है.

 

मन को शांत और प्रसन्नचित बनाता है

एक स्टडी में पता चला है कि हरा और नीला रंग आपके मन को शांत रखने का काम करता है. जबकि लाल और नारंगी रंग एनर्जेटिक बनाता है. इसलिए बिजी लाइफ में मन को खुश रखना है तो फूलों को कलर कर सकते हैं। आप चाहें तो कोई भी पसंद वाली चीज में रंग भर सकते हैं.

 

आंखों के डार्क सर्कल से छुटकारा

आजकल लैपटॉप, फोन और टैपलेट पर घंटों बिताए जा रहे हैं, इससे आंखों के नीचे डार्क सर्कल हो जाता है. इससे छुटकारा पाने के लिए आप सोने से पहले कलरिंग बुक की मदद ले सकते हैं. बता दें कि इलेक्‍ट्रॉनिक डिवाइस से निकली ब्‍लू लाइट नींद प्रभावित होती है. सही नींद न आने से डार्क सर्कल बढ़ जाता है. इसलिए सोने से पहले अगर 30 मिनट तक कलर किया जाए तो इससे आराम मिल सकता है.

 

फिर से बच्चा बनने में हर्ज क्या

बता दें कि रंगों से खेलना आपकी पुरानी यादों को ताजा कर सकती हैं. मन बच्चा बन जाता है. ऐसे में बच्चा बनने में हर्ज क्या है. इससे मन खुश होता है. आप अपनी पसंद का कलर भरकर अपनी जिंदगी को रंगों जैसा सुंदर बना सकते हैं. इससे शांति-सुकून मिलता है.

 

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