रोग प्रतिरोधक क्षमता का अर्थ होता है शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता. यह आपके शरीर एक खास प्रक्रिया होती है, जिसमें आपका शरीर बाहर से आने किसी भी वायरस और बैक्टीरिया से लड़कर आपको बचाने में सहायक होता है. इस प्रक्रिया को ही इम्यून सिस्टम कहते हैं. आज की जीवनशैली और खानपान की वजह से लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पहले के मुकाबले काफी कमजोर हो गयी है.


इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेद में एक खास तरीके के दूध के बारे में बताया गया है. जिसका सेवन सुबह के वक्त करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और आप सभी तरह के वायरस और रोगों से खुद को बचा सकता है, तो आइए हम आपको इस दूध को पीने के फायदे और इसे बनाने का आसान तरीके के बारे में बताते हैं.




ये आयुर्वेदिक दूध बढ़ाता है ओजस्  
'ओजस्' का अंग्रेजी में इसका मतलब होता है रेडियंस यानी कि चमक. किसी भी इंसान के चेहरे पर चमक दिखाना इस बात की ओर इशारा करता है कि व्यक्ति स्वस्थ और प्रसन्न है. किसी भी इंसान के चेहरे पर चमक तभी आती है, जब व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होता है. ये खास दूध पेय यही काम करता है. ये खास दूध-

-शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है.
-याददाश्त को बढ़ाता है, जिससे सीखने की क्षमता बढ़ती है.
-यह पुरुषों की यौन क्षमता को बढ़ाता है. इसके साथ ही स्पर्म काउंट भी बढ़ाता है, जिससे इंफर्टिलिटी दूर होती है.
-महिलाओं की हड्डियों में होने वाली कमजोरी और पीरियड्स के समय होने वाली समस्याओं को दूर करता है.
-त्वचा की चमक और निखार को बढ़ाने में सहायक होता है.
-यह स्किन को टाइट बनाता है, जिससे बुढ़ापे के लक्षण जल्दी दिखाई नहीं देते हैं.
-यह शरीर में ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, ब्लड की pH वैल्यू, कोलेस्ट्रॉल आदि को नियंत्रण में रखता है, जिससे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट स्ट्रोक, खून की बीमारियां, कैंसर, पेट की समस्याएं, किडनी की समस्याएं, लिवर की समस्याएं दूर रहती हैं.

1 ग्लास आयुर्वेदिक दूध पेय बानने की सामग्री-
10 बादाम
3  खजूर
1 ग्लास गाय का दूध
4 चुटकी हल्दी, 2 चुटकी दालचीनी और 1 चुटकी इलायची पाउडर
1 चम्मच देसी घी
1 चम्मच शहद

आयुर्वेदिक फायदों वाला ये दूध कैसे बनाएं?
इसके लिए रात में 10 बादाम और 3 खजूर या छुआरे पानी में भिगोकर रख दें. अगर खजूर हैं, तो न भिगोएं, उन्हें सीधे इस्तेमाल कर लें. सुबह बादामों का छिल लें और छुहारे के बीजों को निकालकर दोनों को पीस लें. फिर इस पेस्ट को गुनगुने दूध में मिलाकर इसमें हल्दी, दालचीनी और इलायची का मिश्रण डालें. अब इसमें 1 चम्मच घी डालें और अच्छी तरह से मिलाकर सुबह खाली पेट पिएं.

ध्यान रखें ये बातें
-इस दूध का सेवन आपको सुबह खाली पेट करना है. आप चाहें तो आप रात में सोने से पहले भी इसे पी सकते हैं, लेकिन रात में आपको खाने और दूध के बीच में 2 घंटे का अंतर रखना होगा.
-सुबह दूध पीने के बाद  40 मिनट तक कुछ भी न खाएं.
-दालचीनी की तासीर गर्म होती है इसलिए 2 चुटकी दालचीनी ही डालें.
-अगर आप डायबिटीज के रोगी हैं, तो इस दूध को पीने से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें.
-बाकी सभी लोगों के लिए ये दूध लाभदायक, सुरक्षित और बेहद फायदेमंद है. इसे हर उम्र के लोग पी सकते हैं.


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