आजकल ज्यादातर लोग अपने दिन का अधिकतर समय स्क्रीन पर बिताते हैं. ऑफिस वर्क से लेकर एंटरटेनमेंट तक सबकुछ स्क्रीन से जुड़ा है. ये तो आप अच्छे से जानते हैं कि लैपटॉप, मोबाइल और टैबलेट पर ज्यादा वक्त बिताने से हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बुरी तरह से प्रभावित होता है. लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि इनकी वजह से आपकी त्वचा पर भी बुरा असर पड़ता है? अधिकतर लोग इस बात से वाकिफ नहीं होंगे कि स्क्रीन पर ज्यादा वक्त बिताने से स्किन पर भी बुरे प्रभाव पड़ते हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो मोबाइल फोन, टैबलेट और एलईडी टीवी सहित तमाम स्मार्ट स्क्रीन से आने वाली ब्लू लाइट स्किन को खराब कर सकती है. आइए जानते हैं कि स्मार्ट स्क्रीन से आने वाली नीली रोशनी स्किन पर किस कदर बुरा असर डालती है?
स्किन पर क्या असर डालती है 'ब्लू लाइट'
मोबाइल फोन, लैपटॉप, टैबलेट और कंप्यूटर हार्मफुल रेडिएशन छोड़ते हैं. इनमें से खासतौर से एक ब्लू लाइट आती है, जो स्किन पर एलर्जी, जलन और रेडनेस का कारण बनती है. इसके अलावा, त्वचा को समय से पहले बूढ़ा बनाने का काम कर सकती है. कुछ अध्ययनों से यह मालूम चला है कि चीनियों और अमेरिकियों से ज्यादा भारतीय लोग स्मार्ट स्क्रीन पर समय बिताते हैं. दरअसल स्क्रीन से आनी वाली 'ब्लू लाइट' स्किन में गहराई तक जाती है. कुछ अध्ययनों में भी यह दावा किया गया है कि एक घंटे तक स्मार्ट स्क्रीन के कॉन्टैक्ट में बने रहने से कई सारी स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती हैं.
कई स्किन एक्सपर्ट्स का कहना है कि दुनिया भर में, खासतौर से भारत में स्किन से जुड़ी समस्याओं में बढ़ोतरी के लिए कहीं न कहीं स्मार्ट स्क्रीन जिम्मेदार है. डर्मेटोलॉजिस्ट्स मानते हैं कि स्क्रीन से आने वाली ब्लू लाइट के कॉन्टैक्ट में आने से त्वचा समय से पहले बूढ़ी हो सकती है और झुर्रियां भी पड़ सकती हैं.
कैसे करें अपना बचाव?
1. डिजिटल स्क्रीन का कम से कम इस्तेमाल करें. कुछ-कुछ देर के गैप में मोबाइल, टीवी या लैपटॉप देखें. एक टक इन्हें न देखें.
2. डिजिटल स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने वाले लोग सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें. क्योंकि ये दोहरी सुरक्षा प्रदान कर सकता है.
3. किसी भी डिजिटल उपकरण का इस्तेमाल नाइट मोड या डार्क मोड पर करें. नाइट मोड या डार्क मोड पर ब्लू लाइट इनएक्टिव हो जाती है.
4. आप ब्लू लाइट के खिलाफ स्क्रीन प्रोटेक्टर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: सफेद या भूरे चावल नहीं, डायबिटीज के मरीजों के लिए ये चावल है सबसे ज्यादा फायदेमंद