लगातार रोना आ रहा है या बहुत अधिक थॉट्स आ रहे हैं तो ऐसे रखें अपनी मेंटल हेल्थ का ध्यान
आपके इमोशन आपके कंट्रोल में ना हों और आपको लगातार रोना आ रहा हो या फिर अपने विचारों पर नियंत्रण करने में मुश्किल आ रही हो तो आपको दवाओं के साथ ही अपनी लाइफ से जुड़ी इन चीजों पर ध्यान देना चाहिए.
आप बहुत इमोशनल हैं, छोटी-छोटी बातें आपको बुरी लग जाती हैं या कोई भी छोटी-बड़ी घटना आपको परेशान कर देती है. तो इन सबका अर्थ यह है कि आपको अपनी मेंटल और इमोशनल हेल्थ पर काम करने की जरूरत है. जब आपकी मेंटल हेल्थ यानी मानसिक स्वास्थ्य सही नहीं होता, तब भावनाओं को संभालना आसान नहीं होता है. अब यहां जानिए कि आखिर आपकी मानसिक सेहत किस कारण से गड़बड़ा जाती है...
दुनिया की सबसे पुरानी चिकित्सा पद्धिति है आयुर्वेद और इस चिकित्सा पद्धिति के अनुसार मानसिक बीमारियों की वजह होती है शरीर में वात दोष का असंतुलित होना. जब शरीर में वात असंतुलित हो जाता है तो मुख्य रूप से ये मानसिक समस्याएं होती हैं...
- एंग्जाइटी
- डर लगना बढ़ जाता है
- मन दुखी रहने लगता है
- भावनात्मक अस्थिरता बढ़ जाती है
ऐसे पहचानें अपने वात प्रमुख ब्रेन को
जब आपके दिमाग में हर समय कुछ ना कुछ चलता रहता है, किसी एक जगह पर आपका मन नहीं लगता और आप कोई भी काम ध्यान लगाकर पूरे फोकस के साथ नहीं कर पाते हैं. ये मुख्य संकेत हैं इस बात के कि आपका मस्तिष्क वात प्रमुख है.
कैसे कंट्रोल करें अपना ब्रेन?
अपने इमोशन्स को कंट्रोल करने के लिए आपको सबसे पहले अपने ब्रेन को हेल्दी बनाना होगा. यानी अपनी मेंटल हेल्थ पर फोकस करना होगा. इसके लिए आप ये तरीके अपनाएं...
- अपनी डायट पर ध्यान दें- शाकाहरी भोजन करें. ऐसा भोजन मन को शांत रखने में सहायक है.
- कम मसाले और कम तेल का भोजन करें. इससे मानसिक चंचलता पर नियंत्रण रखने में सहायता मिलती है.
- नींद पूरी लें
सोने और जागने का समय निर्धारित करें. हर दिन कम से कम 6 से 8 घंटे की नींद जरूर लें. - रोज योग करें
आप चाहे कोई और एक्सर्साइज हर दिन करते हों. लेकिन मानसिक हेल्थ को बेहतर बनाने के लिए जरूरी है कि आप हर दिन कम से कम 30 मिनट योग जरूर करें. - हर दिन मेडिटेशन करें
हर दिन कम से कम 1 घंटा मेडिटेशन जरूर. आप चाहें तो दिन में दो बार 30-30 मिनट का ध्यान लगाएं. इसमें आप त्राटक क्रिया की मदद ले सकते हैं. त्राटक यानी किसी भी एक चीज पर ध्यान केंद्रित करना.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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