Side Effects of Moong ki dal: घर के बड़े बुजुर्ग से हमेशा कहते हुए सुना होगा कि दाल जरूर खाओ. आप हेल्थ से जुड़ी कोई भी परेशानी उनके सामने रखों उधर से एक ही सवाल पूछा जाएगा. दाल खाते हो न? उन लोगों के लिए दाल सच में अमृत है जो लोग प्योर वेजिटेरियन हैं. दाल में खासकर मूंग की दाल सभी दालों से बेस्ट होती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मूंग दाल में प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है साथ ही इसमें कॉपर, फोलेट, राइबोफ्लेविन, विटामिन, विटामिन सी, फाइबर, पोटैशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन बी -6, नियासिन, थायमिन जैसे तत्व पाए जाते हैं. इसके साथ ही मूंग दाल में काफी मात्रा में फाइबर पाया जाता है. कुछ लोगों का मानना है कि कुछ परिस्थितियों में मूंग दाल नहीं खाना चाहिए. 



सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्या मूंग की दाल शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता है. नेटवर्क 18 में छपी खबर के मुताबिक मूंग दाल से कोई भारी नुकसान नहीं है लेकिन कुछ खास परिस्थितियों और कुछ खास बीमारी वाले लोगों को इसकी दाल खाने से बचना चाहिए. 


मूंग दाल से वेट लॉस मुमकिन है?


मूंग दाल में काफी ज्यादा मात्रा में प्रोटीन और फाइबर होता है. साथ ही इन सब के अलावा इसमें विटामिन सी भी काफी अधिक मात्रा में पाया जाता है. इससे आपकी इम्युनिटी काफी मजबूत होती है. इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होने के कारण यह वजन कम करने में बेहद कारगर है. इसमें फाइबर, प्रोटीन होने के कारण आप अगर इस खा लेंगे तो आपको काफी देर तक भूख नहीं लगती है. मूंग की दाल को स्प्रॉउट्स, हलवा, खिचडी काफी कुछ बनाया जाता है. यह शरीर में ग्लूकोज की मात्रा भी तेजी से बढ़ने नहीं देता है. इस स्थिति में डायबिटीज के मरीजों के लिए मूंग की दाल काफी ज्यादा फायदेमंद है.  


मूंग दाल कब पहुंचाता है नुकसान


यह बात को किसी से छिपी नहीं है कि कोई भी चीज अगर आप ज्यादा खाएंगे तो यह शरीर के लिए नुकसान ही पहुंचाता है. चूंकि मूंग दाल में काफी ज्यादा प्रोटीन होता है इसलिए इसे आप अगर आप रोजाना खाएंगे तो यह शरीर को काफी हद तक नुकसान पहुंचा सकता है. वैसे कोई खास साइड इफेक्ट नहीं है. जिन लोगों को गैस, ब्लोटिंग की दिक्कत है अगर वह कच्ची मूंग की दाल को खाते हैं तो उनकी गैस और ब्लोटिंग की समस्या बढ़ सकती है. खासकर जिन लोगों को यूरिक एसिड है उन्हें भी साबूत मूंग से नुकसान पहुंच सकता है. ज्यादा मूंग की दाल खाने से चक्कर, मतली, डायरिया का भी जोखिम बढ़ जाता है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.