एड़ी में दर्द कई गंभीर बीमारियों के कारण हो सकता है. जिसमें प्लांटर फैस्कीटिस, एचिलीस टेंडिनाइटिस और सेवर की बीमारी सबसे आम है. लेकिन बर्साइटिस, गठिया और तनाव फ्रैक्चर जैसी गंभीर स्थितियों के कारण भी एड़ी में दर्द हो सकता है. आज हम विस्तार से बताएंगे एड़ी में दर्द के कई कारण हो सकते हैं. 


प्लांटर फैस्कीटिस: प्लांटर फेशिया की सूजन, ऊतक की एक मोटी पट्टी जो पैर के निचले हिस्से में चलती है.


एचिलीस टेंडिनाइटिस: एचिलीस टेंडन की सूजन. जो बछड़े की मांसपेशियों को एड़ी की हड्डी से जोड़ती है.


 सेवर की बीमारी: बच्चों और किशोरों को प्रभावित करने वाली एक स्थिति, जो विकास के दौरान एड़ी की हड्डी में दर्द का कारण बनती है.


 हील बर्साइटिस: बर्सा की सूजन, एक तरल पदार्थ से भरी थैली जो एड़ी को सहारा देती है.


 हैग्लंड की बीमारी: ऐसी स्थिति जिसमें कैल्केनस की पिछली-ऊपरी सतह के कसने के कारण एड़ी के क्षेत्र में दर्द होता है.


डायबिटीज लाइफस्टाइल से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है अगर इसे वक्त रहते कंट्रोल न किया जाए तो आप इसकी कंट्रोल में हो जाएंगे फिर आपका शरीर बीमारियों का घर बन जाएगा और आपको पता भी नहीं चलेगा. इस बीमारी को कंट्रोल में रखना है तो अपनी लाइफस्टाइल, डाइट, अच्छी नींद, स्ट्रेस न लें, रोजाना एक्सरसाइज जरूर करें. डायबिटीज मरीज के लिए फिजिकल एक्टिविटी बेहद जरूरी होती है.


कंधों में दर्द महसूस होना अगर आपकी कंधों में अक्सर दर्द, भारीपन और अकड़न महसूस होता होता है तो आपको एक बार ब्लड टेस्ट जरूर करवाना चाहिए. इस स्थिति को फ्रोजन सोल्डर के नाम से जाना जाता है. यह अक्सर शरीर में शुगर लेवल बढ़ने के कारण होता है.


कई बार ऐसा होता है कि डायबिटीज के कारण और हाथ-पैर सुन्न पड़ने गते हैं . सिर्फ इतना ही नहीं हाथ-पैर में झनझनाहट भी शुरू हो जाती है. अगर आपका ब्लड शुगर लेवल ज्यादा है तो अक्सर पैरों में काफी तेज दर्द रहेगा.


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सिर में लंबे समय तक हल्का-हल्का दर्द बना रहना भी ब्लड शुगर लेवल बढ़ने का एक लक्षण होता है. ये दर्द कई घंटों या दिनों तक लगातार बना रह सकता है और फिर अचानक से ठीक हो जाता है.


अचानक से आपको धुंधला दिखने लगता है यानी आपको क्लियर दिखना बंद हो जाता है तो इसकी वजह भी ब्लड शुगर का हाई लेवल हो सकता है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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