दिल्ली-एनसीआर समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में मम्प्स के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. यह ऐसी वायरल इंफेक्शन है जो किसी को भी प्रभावित कर सकती है. हालांकि यह वायरल इंफेक्शन बच्चों पर ज्यादा अटैक करती है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक यह बीमारी बच्चों के लिए काफी ज्यादा खतरनाक है. आइए जानें जब किसी को मम्प्स इंफेक्शन हो जाए तो उससे बचने के लिए सबसे पहले क्या करना चाहिए.
दिल्ली समेत इन राज्यों में इस बीमारी का प्रकोप
दिल्ली-एनसीआर, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल सहित कई राज्यों में तेजी से मम्प्स के मामले बढ़ रहे हैं. पिछले कुछ महीनों में इस वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ा है. मम्प्स एक वायरल बीमारी है. जो ज्यादातर बच्चों को अपना शिकार बनाता है. इस बीमारी के लक्षण फ्लू जैसे दिखाई देते हैं. कभी-कभी मरीजों पर इसके लक्षण भी दिखाई नहीं देते हैं लेकिन मरीजों को यह बीमारी रहती है.
क्या है मम्प्स?
मम्प्स एक वायरल इंफेक्शन है. जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपना शिकार बना सकती है. इसके शुरुआती लक्षण तो बिल्कुल फ्लू जैसे होते हैं जैसे- मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, सलाइवरी ग्लैंड्स में दर्द. अगर किसी व्यक्ति को यह इंफेक्शन है और अगर उसने किसी भी व्यक्ति के सामने छींक दिया तो उसे भी यह बीमारी हो जाएगी. ऐसी स्थिति में आपको बार-बार हाथ धोने की सलाह दी जाती है.
बच्चों को ज्यादा हो रहे हैं मम्प्स की बीमारी?
दैनिक जागरण में छपी खबर के मुताबिक अक्सर यह बीमारी बच्चों को ज्यादा इसलिए होती है क्योंकि बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होती है. इम्युनिटी कमजोर होने के कारण उन्हें कोई भी बीमारी जल्दी अपना शिकार बनाती है. वहीं बच्चे स्कूल और क्रेच में जाते हैं जहां पर दूसरे बच्चों से उन्हें यह बीमारी फैलने का खतरा ज्यादा होता है.
बच्चों में यह बीमारी आम है.इसका प्रमुख कारण है साफ-सफाई का ध्यान न रखना है. बच्चों की कमजोर इम्युनिटी. मुंह पर बिना खांसने और छींकने की आदत बच्चों को तुरंत बीमारी बना देती है.
अगर बच्चे को हल्की बुखार है तो इन बातों का रखें ख्याल
बच्चों की साफ-सफाई का ध्यान रखें
बच्चों ने खाना या छींकने या खांसने के बाद हाथ साफ किया है कि नहीं इस बात का जरूर ध्यान दें. बाथरूम इस्तेमाल करने के बाद हाथ जरूर साफ करवाएं.
वैक्सीनेशन
एक चीज का जरूर ध्यान रखें कि बच्चों को टाइम-टाइम पर वैक्सीनेशन हुई है या नहीं. मीजल्स, मम्प्स और रूबेला के लिए एमएमआर की वैक्सीन जरूर लगवाएं. इस वैक्सीन से मम्प्स से बचा जा सकता है.
खांसते और छींकते वक्त मुंह पर हाथ जरूर रखें
खांसते-छींकते वक्त मुंह पर जरूर हाथ रखें. इससे अगर किसी बच्चों या वयस्क व्यक्ति को मम्प्स है तो उससे आपको नहीं फैलेगा. या आपके बच्चे में नहीं फैलेगा.
डॉक्टर को एक बार जरूर दिखाएं
अगर बच्चे को काफी दिनों से बुखार आ रहा है तो बच्चे को डॉक्टर से जरूर दिखाएं. अगर मम्प्स नहीं तो हो सकता है उसे सीजनल फ्लू है.