Contact Lenses Removing: कॉन्टेक्ट लैंस का उपयोग सभी लोग अलग-अलग कारणों से करते हैं. इनमें ज्यादातर संख्या उन लोगों की है, जिन्हें आइसाइट (Eyesight) की समस्या है और ये चश्मा (Glasses) नहीं लगाना चाहते हैं. वहीं, कुछ युवा ऐसे भी हैं जो अपनी आंखों का रंग बदलने के लिए या आंखों को अधिक आकर्षक (Beautiful Eyes) दिखाने के लिए कॉन्टेक्ट लैंस का उपयोग करते हैं. आप इन लैंस को चाहे जिस भी कारण से पहनते हैं, रात को सोने से पहले इन्हें उतारने और कॉन्टैक्ट सलूशन में रखने की सलाह आपके डॉक्टर ने जरूर दी होगी. डॉक्टर की इस सलाह को हल्के में नहीं लेना चाहिए क्योंकि ऐसा ना करने पर कई समस्याओं का सामना करना पड़ जाता है. यहां इन्हीं समस्याओं के विषय में बताया गया है कि अगर आप रात को सोने से पहले कॉन्टेक्ट लैंस (Contact Lenses) नहीं हटाते हैं तो आपको किन-किन स्थितियों से गुजरना पड़ सकता है...
कार्निया में सूजन
अमेरिकन अकेडमी ऑफ ऑप्टोमेट्री ने अपनी एक रिसर्च में सामने आए रिजल्ट को सार्वजनिक करते हुए बताया कि जो लोग रात को बिना लैंस उतारे सो जाते हैं, उनकी आंखों के कार्निया में सूजन की समस्या हो जाती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कार्निया को ऑक्सीजन चाहिए होती है. दिन में जब आप लैंस लगाकर रखते हैं को कार्निया को कम ऑक्सीजन मिल रही होती है और जब आप रात को लैंस उतारे बिना सो जाते हैं तो कार्निया को मिलने वाली ऑक्सीजन की मात्रा और भी कम हो जाती है. इससे कार्निया सूज जाता है. यह सूजन बहुत अधिक नहीं होती और आमतौर पर इसका कोई असर आपको नहीं दिखाई देता. लेकिन इस सूजन के कारण आई सरफेस सेल्स के बीच गैप आ जाता है. इससे बैक्टीरिया को आपकी आंखों में पनपने के लिए स्थान मिल जाता है, जो आपको समस्या में डाल सकता है.
आई इंफेक्शन
यूएस की यूनाइटेड पब्लिक हेल्थ एजेंसी 'द सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन' के अनुसार, जब आप लैंस उतारे बिना सो जाते हैं तो आपकी आंखों में इंफेक्शन होने की आशंका 6 से 8 गुना तक बढ़ जाते हैं. यानी एक तो पहले ही आपकी आंखों में सूजन के कारण स्पेस क्रिएट हो जाता है और फिर आंखों में बैक्टीरिया पनपने की आशंका बढ़ने के कारण इंफेक्शन का खतरा और अधिक बढ़ जाता है.
लैंस पहनकर सोने से क्या होता है?
रात को लैंस ना पहनकर सोने की दो बड़ी वजह आपको बताई गई हैं, इनके अलावा लैंस पहनकर सोने से आंखों में और कौन-सी दिकक्तें होती हैं, यहां जानें...
- आपकी आंखें रोशनी (Light) के प्रति अधिक संवेदनशील (Sensitive) हो जाती हैं. यानी थोड़ी भी तेज रोशनी में आपको आंखें खोलने में दिक्कत आ सकती है.
- आंखों में दर्द (Eye Pain), रुखेपन (Eye Dryness) का अहसास और खुजली (Itchy Eyes) की समस्या हो सकती है.
- आंखें लाल रहने लगती हैं
- दृष्टि दोष ( Weak Eyesight) बढ़ सकता है यानी आइसाइट कमजोर हो सकती है
- आंखों से पानी आने की समस्या हो सकती है.
- आंखों में हर समय इरिटेशन (Eye Irritation) की समस्या हो सकती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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