आज नेशनल डेंगू डे (National Dengue Day 2024) है. हर साल 16 मई को नेशनल डेंगू दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस खास दिन पर 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' ने डेंगू वैक्सीन को लेकर एक खास घोषणा की है. इस घोषणा में कहा गया है कि जापानी दवा निर्माता टेकेडा फार्मास्यूटिकल्स द्वारा बनाई गई TAK-003 नामक डेंगू के लिए दूसरी वैक्सीन की प्रीक्वालिफिकेशन की घोषणा की है.


WHO ने डेंगू की नई वैक्सीन को दी मान्यता


विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जापानी दवा निर्माता टेकेडा फार्मास्यूटिकल्स द्वारा बनाए गए डेंगू के दूसरे टीके को प्रीक्वालिफाइड कर दिया है. जिसे TAK-003 के रूप में जाना जाता है. डेंगू संक्रमित मच्छर के काटने से फैलता है. पूरी दुनिया में ऐसे कई देश हैं जो आज भी डेंगू की बीमारी से जूझ रहे हैं. हर साल 10 से 40 करोड़ से भी ज्यादा लोग डेंगू की चपेट में आते हैं. एशिया, अफ्रीका और अमेरिका डेंगू प्रभावित देश हैं. 


साल 2023 में डेंगू के कई मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. WHO के मुताबिक सिर्फ अमेरिका में इसके 45 लाख मामले सामने आए हैं. उसमें से 2 हजार 300 लोगों की मौत हो गई थी. इसका सबसे बड़ा कारण जलवायु परिवर्तन और शहरीकर है. 


6-16 साल के बच्चों को दी जाएगी वैक्सीन


WHO के मुताबिक जिन इलाकों में डेंगू के मरीजों की संख्या ज्यादा है वहां पर 6-16 साल के बच्चों को टाक- 003 का इस्तेमाल करने को कहा है. टीके की दो खुराकें तय की गई हैं. टीके लगवाने के बीच तीन महीने का गैप होगा. डब्ल्यूएचओ के विनियमन और प्रीक्वालिफिकेशन निदेशक डॉ रोजेरियो गैस्पर के मुताबिक टाक-003 का प्रीक्वालिफिकेशन डेंगू के टीकों को पूरी दुनिया में पहुंचाने के लिए यह खास कदम उठाया गया है. इस वैक्सीन को अब यूनिसेफ और पीएएचओ सहित 'संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों' के द्वारा खरीदा जा सकताहै. अब तक डेंगू की दो वैक्सीन को मान्यता दी गई है. हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले दिनों में डेंगू के और भी वैक्सीन बनेंगे. 


WHO की प्रीक्वालिफिकेशन लिस्ट में डेंगू के खिलाफ सनोफी पाश्चर द्वारा विकसित CYD-TDV वैक्सीन भी शामिल है.डेंगू एक वेक्टर जनित बीमारी है जो संक्रमित मच्छर के काटने से फैलता है. डेंगू की बीमारी एक इंसान से दूसरे में फैलती है. 


डेंगू प्रभावित क्षेत्र


आंकड़ों के मुताबिक हर साल दुनिया भर में डेंगू के 100-400 मिलियन से अधिक मामले आते हैं और 3.8 बिलियन लोग डेंगू प्रभावित देशों में रहते हैं. जिनमें से अधिकांश एशिया, अफ्रीका और अमेरिका में हैं. डेंगू के मामलों की सबसे बड़ी संख्या 2023 में दर्ज की गई थी.


भारत में डेंगू का कहर


भारत में डेंगू बुखार का ख़तरा साल भर रहता है. लेकिन पीक सीज़न आम तौर पर जून से सितंबर का होता है. 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' के मुताबिक 18 दिसंबर 2023 तक सिर्फ भारत में 1 लाख 46 हजार 878 डेंगू के मामले थे. जिसमें से 688 लोगों की मौत हो गई.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. 


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