अब देश के हर डॉक्टर की डिटेल आपको एक ही क्लिक पर मिल जाएगी. दरअसल, नेशनल मेडिकल रजिस्टर पोर्टल शुरू कर दिया गया है, जिसमें देश में पंजीकृत सभी एलोपैथिक डॉक्टरों (MBBS) का पूरा डेटाबेस होगा. राष्ट्रीय स्वास्थ्य रजिस्टर डिजिटल हेल्थकेयर पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत बनाने के लिए यह अहम कदम स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से उठाया गया है, जिसका शुभारंभ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने किया. उन्होंने बताया कि इसके तहत पैरामेडिक्स और अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए एक समान रजिस्टर शुरू करने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया है. वहीं, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) अधिनियम, 2019 की धारा 31 के तहत एनएमसी को यह अधिकार दिया गया है कि वह एक राष्ट्रीय रजिस्टर बनाए, जिसमें प्रत्येक लाइसेंस प्राप्त डॉक्टश्र का नाम, पता और सभी मान्यता प्राप्त योग्यताएं शामिल हों.


स्टेट मेडिकल काउंसिल की होगी जिम्मेदारी


जेपी नड्डा ने चिकित्सा परिषदों (एसएमसी) की भूमिका के बारे में कहा कि राज्य चिकित्सा परिषदें राष्ट्रीय चिकित्सा रजिस्टर के विकास और रखरखाव में महत्वपूर्ण हितधारक हैं और पंजीकरण प्रक्रिया को सुगम बनाने में मदद करती हैं. उन्होंने सभी एसएमसी( स्टेट मेडिकल काउंसिल) को अपनी सक्रिय भागीदारी निभाने और पंजीकरण प्रक्रिया में तेजी लाने के निदेश दिए. बैठक में इस बात का भी जिक्र हुआ कि एनएमआर की जरूरत काफी समय से महसूस की जा रही है. 


क्यों जरूरी है एनएमआर?


एनएमआर बेहद अहम है, क्योंकि देश भर के डॉक्टरों के प्रामाणिक आंकड़े काफी अहमियत रखते हैं. डॉक्टरों के आंकड़ों का अब तक कोई प्रॉपर डेटाबेस नहीं था, जिनकी जानकारी को अब एनएमआर पोर्टल सुनिश्चित करेगा। आसान पंजीकरण प्रक्रिया से यह तय होगा कि प्रामाणिक आंकड़ों का रखरखाव आसानी से होगा. यह प्रामाणिकता की जानकारी बेहद जरूरी है, क्योंकि भारत एक विशाल डिजिटल स्वास्थ्य पारिस्थितिकी तंत्र बनाना चाहता है और डॉक्टरों के डिजिटल रजिस्टर का निर्माण इसके लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा.


पोर्टल पर मिलेगी डॉक्टरों की हर डिटेल


स्वास्थ्य मंत्री के आदेश के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपर्व चंद्र ने बताया, 'अब तक ऐसे व्यापक आंकड़े नहीं थे, जो देश में डॉक्टरों की कुल संख्या, देश छोड़ने वाले डॉक्टरों, लाइसेंस खोने वाले डॉक्टरों या जिन डॉक्टरों ने अपनी जान गंवाई है, के बारे में विस्तृत जानकारी एक जगह हो. एनएमआर के शुरू होने से 13 लाख से अधिक डॉक्टरों के आंकड़े एक ही जगह मिल जाएंगे. एनएमआर आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत हेल्थकेयर प्रोफेशनल रजिस्टर का हिस्सा होगा और इसमें सभी चिकित्सा पेशेवरों की डिटेल होगी.


बैठक में इन लोगों ने लिया हिस्सा


स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, राज्य स्वास्थ्य मंत्री अनुप्रिया पटेल और प्रताप राव जाधव के साथ इस बैठक में  डॉ. बीएन गंगाधर, एलएस चंगसान, डॉ. बी. श्रीनिवास, वी. हेकाली जिमोमी, पुष्पेंद्र राजपूत, किरन गोपाल वास्का, डॉ. विजय ओजा, डॉ. विजया लक्ष्मी नाग और स्वास्थ्य मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.


यह भी पढ़ें: कहीं आप भी तो नहीं खरीद रहे A1 और A2 दूध? जानें क्या कहते हैं FSSAI के दिशानिर्देश