Coronavirus: कोरोना ने शुरुआत से ही भारी तबाही मचा रखी है. लाखों की संख्या में लोग संक्रमित हुए हैं और भारी संख्या में लोगों की मौत हुई हैं. इसके बाद लगातार एक के बाद एक वेरिएंट सामने आ रहे है. भारत में डेल्टा वेरिएंट ने तबाही मचाई थी, जिसमें हजारों लोगों की जान चली गई थी. इसके बाद कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने दस्तक दी. लोग ओमिक्रोन का तोड़ भी नहीं निकाल पाए थे कि इस बीच एक और नए वेरिएंट नियोकोव के निकलने की बात सामने आ रही है.


Kids Health: ड्राईफ्रूट्स खाने में बच्चे करते हैं नखरे, तो इस तरह खिलाएं


बताया जा रहा है कि नियोकोव दक्षिण अफ्रिका में चमगादड़ों में पाया गया है. जांच में पाया गया है कि यह वायरस काफी खतरनाक है, इससे संक्रमित हर 3 लोगों में से एक की मौत हो सकती है. हालांकि नियोकोव के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है. जो रिपोर्ट सामने आई है उसमें कितनी सच्चाई है उसके बारे में पता लगाया जा रहा है. नियोकोव वायरस कुछ समय पहले दक्षिण अफ्रीका में चमगादड़ों में पाया गया था. इसकी बनावट लगभग ओमिक्रोन जैसी ही है.


Diet For Heart: दिल के मरीज खाएं ये फल- सब्जियां और अनाज, कम होगा हार्ट अटैक का खतरा


महाराष्ट्र के कोरोना वायरस टास्क फोर्स के सदस्य और अंतर्राष्ट्रीय डायबिटीज फेडरेशन के अध्यक्ष डॉक्टर शशांक जोशी ने एक ट्वीट के माध्यम से नियोकोव के बारे में फैले भ्रम को दूर करने की कोशिश की है. जिसमें उन्होंने कहा है कि नियोकोव एक पुराना वायरस है जो कि MERS की तरह ही डीपीपी4 रिसेप्टर्स के जरिए कोशिकाओं तक पहुंचता है. बस इस वायरस में नई बात इतनी है कि यह चमगादड़ों के एसीई2 रिसेप्टर्स (ACE2 Receptors) को प्रभावित कर सकता है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.