Side Effect Of Bed Rotting: सोशल मीडिया पर आए दिन कोई न कोई ट्रेंड चलता रहता है और युवा इन ट्रेंड को फॉलो भी करने लगते हैं. ऐसा ही एक नया ट्रेंड सोशल मीडिया पर चल रहा है जिसे बेड रोटिंग कहा जाता है.बेड रोटिंग एक ऐसा कॉनसेप्ट है जिसमें जिंदगी के प्रेशर को कम करने और काम से हटकर खुद को आराम देने के बारे में है. कई बार हमारा कुछ भी काम करने का दिल नहीं करता है. मन ऐसा करता है कि बस पलंग पर लेटे रहें. इसे ही बेड रोटिंग कहा गया है.लेकिन फायदा पहुंचाने वाला ये बेड रोटिंग कई मायने में आपके सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है.आइए जानते हैं कैसे?
किस तरह से बेड रोटिंग आपको नुकसान पहुंचा सकता है?
जैसा कि अब तक आप समझ ही गए हैं कि बेड रोटिंग एक सोची-समझी एक्टिविटी होती है. इसका सीधा मतलब है दुनिया से अंजान बनकर लेटे पड़े रहना. इसमें व्यक्ति देर तक लेट कर गाने सुनता है या फिर किसी से बात करता है या मूवी देखता है. ये 2 से 3 दिन तक भी हो सकता है. इससे मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है. एक रिसर्च में बताया गया है कि बिस्तर पर देर तक सोना या लेटना मूड स्विंग का कारण बन जाता है. इसके चलते आप तनाव में डूब सकते हैं. 2 से 3 घंटे और ज्यादा से ज्यादा एक दिन तक ऐसे करना ठीक है लेकिन ये वक्त बढ़ता है एक या 2 दिन से ज्यादा बेड रोटिंग कर रहे हैं तो यह आपके मेंटल हेल्थ को लेकर समस्याएं बढ़ा सकता है.
बेड रोटिंग से हो सकती है ये समस्या
दिनभर बेड पर लेटने से आपकी कमर और बैकबोन पर भी इसका प्रभाव नजर आने लगता है. शरीर की मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द होने लगता है और इस तरह से आप खुद को कमजोर और बीमार महसूस करने लगते हैं.दिनभर बेड पर लेटने से शरीर में सुस्ती आने लगती है. आप फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते हैं. ये मोटापे का कारण भी बन सकता है. मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है और आपको काफी अनहेल्दी फील कराता है.इसके अलावा जो लोग सुबह उठते हैं उनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है लेकिन यह आदत इसके उलट है.इस तरह के ट्रेंड हाइजीन के लिए भी अच्छा नहीं है. तो कुल मिलाकर इससे आपको नुकसान भी पहुंच सकता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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