नई दिल्ली: अब तक एचआईवी वायरस का कोई पुख्ता इलाज नहीं मिला था लेकिन अब शोधकर्ताओं ने ऐसा तोड़ ढूंढ लिया है जो 99% तक एचआईवी वायरस को खत्म कर सकता है. जानिए, कैसे काम करेगा ये.


क्या कहती है रिसर्च-
यू.एस. नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ और फार्मास्युटिकल फर्म सनोफी के शोधकर्ताओं ने ये दावा किया कि उन्होंने एक ऐसा एंटीबॉडी तैयार किया है जो ना सिर्फ 99% एचआईवी वायरस पर वार करता है बल्कि ये प्राइमेट्स में इंफेक्शन को रोकने का काम भी करता है.


ये एंटीडोट घातक वायरस के तीन हिस्सों पर वार करता है जिससे इस वायरस का प्रभाव अधिक से अधिक कम हो सके.


क्या नाम है इस एंटीडोट का-
इंटरनेशनल एड्स सोसाइटी (आईएएस) ने इस एंटीडोट, जिसे ‘इंजीनियर एंटीडोट’ के नाम से जाना जाता है, को एचआईवी का इंफेक्टि‍व ट्रीटमेंट माना है. मेडिकल साइंस में इसे काफी हद तक सफल माना जा रहा है.


क्या कहते हैं शोधकर्ता-
सनोफी के चीफ डॉ. गैरी नेबेल का कहना है कि किसी भी अन्य एंटीडोट चाहे वे खोजे गए हैं या नैचुरल हैं उनके मुकाबले ये बहुत ही शक्तिशाली और उपयोगी है. हमने रिसर्च के दौरान देखा है कि ये 99% तक सही रूप से काम कर रहा है.


वैज्ञानिकों ने एंटीबॉडीज को खत्म करने के लिए पहली बार इसका इलाज इस तरह से करने का प्रयास किया है.


इंसानों पर ट्रायल जल्द होगा शुरू-
इंसान पर इसके प्रयोग की संभावना अगले साल तक शुरू होगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि इंसान के शरीर में एचआईवी इंफेक्शन को रोकने या उसके इलाज में इसका क्या योगदान हो सकता है.


नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.