बिना सर्जरी के भी ठीक हो सकता है मोतियाबिंद? तो इसका जवाब यह है कि 'नहीं' सर्जरी के बिना मोतियाबिंद को ठीक करने का कोई तरीका नहीं है. हालांकि, कुछ गैर-सर्जिकल ऑप्शन हैं जो शुरुआती चरणों में मोतियाबिंद को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं. गैर-सर्जिकल कुछ घरेलु इलाज हैं जैसे-  तेज रोशनी, एंटी-ग्लेयर धूप का चश्मा और लेंस वाले चश्मे का इस्तेमाल करें प्रिस्क्रिप्शन चश्मा या कॉन्टैक्ट के इस्तेमाल के जरिए मोतियाबिंद को कंट्रोल कर सकते हैं. 


मोतियाबिंद की बीमारी बिना सर्जरी के ठीक नहीं हो सकती है?


मोतियाबिंद बिना सर्जरी के साथ ठीक नहीं किया जा सकता है. लेकिन इस कंट्रोल करने के लिए आप इन चीजों की मदद कर सकते हैं जैसे- लाइफस्टाइल में बदलाव. जैसे हेल्दी डाइल लें, रोजाना एक्सरसाइज करें और डायबिटीज के मरीज हैं और मोतियाबिंद की बीमारी है तो सर्जरी के दौरान खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. दरअसल, मोतियाबिंद की सर्जरी के दौरान एक नेत्र रोग विशेषज्ञ धुंधले लेंस को हटा देता है और इसे एक कृत्रिम लेंस से बदल देता है. जिसे इंट्राओकुलर लेंस (IOL) कहा जाता है. मोतियाबिंद सर्जरी बहुत सुरक्षित है और इसे करवाने वाले 10 में से 9 लोग इसके बाद बेहतर देख सकते हैं.


मोतियाबिंद आमतौर पर धीरे-धीरे ही होता है लेकिन हर किसी में इसके बढ़ने का समय अलग-अलग हो सकता है. इसके लक्षण पर्सन टू पर्सन अलग होते हैं. ऐसे में मोतियाबंद के लक्षण नजर आते ही भागकर डॉक्टर के पास जाना चाहिए वरना आंखों से दिखना भी बंद हो सकता है.


मोतियाबिंद का मतलब है लेंस में धुंधलापन.उम्र बढ़ने के साथ, लेंस में मौजूद प्रोटीन आपस में मिलकर मोतियाबिंद बनाते हैं. यह दृष्टि हानि व्यक्ति के रोजमर्रा की जिंदगी के कामों को भी प्रभावित कर सकती है. समय के साथ जैसे-जैसे मोतियाबिंद बढ़ता है, लेंस ज़्यादा धुंधला हो जाता है. इससे व्यक्ति की दृष्टि कमज़ोर हो सकती है. उम्र के अलावा, मधुमेह, धूम्रपान, शराब, लंबे समय तक धूप में रहने और दवाओं के सेवन के कारण भी दृष्टीहानी का खतरा रहता हैं.


मोतियाबिंद से होने वाली समस्याएं


मोतियाबिंद बढ़ने के साथ नजर कमजोर होती जाती है और कोई भी काम करने में कठिनाई आती है. मोतियाबिंद (Motiyabind) का प्रमुख कारण वैसे तो उम्र ही होता है लेकिन इसके अलावा डायबिटीज, सिगरेट-शराब, ज्यादा समय धूप में रहने और दवाईयां खाने से भी इसकी समस्या हो सकती है.


मोतियाबिंद कब खतरनाक


मोतियाबिंद समय के साथ बिगड़ भी सकता है. इस पर ध्यान न दिया जाए तो गंभीर दृष्टि रोग या अंधापन भी आ सका है. ऐसे में जैसे ही इसके लक्षण नजर आए तुरंत आंखों के डॉक्टर से मिलकर इसका टेस्ट करवाना चाहिए. देर करने पर सर्जरी करने में परेशानी और रिकवर धीमा हो सकता है. अगर मोतियाबिंद के पकने का इंतजार कर रहे हैं तो इससे गंभीर नुकसान हो सकते हैं.


मोतियाबिंद के बड़े लक्षण


1. आंखों में धुंधलापन


2. कम रोशनी में भी ठीक से न देख पाना


3. तेज रोशनी के प्रति संवेदनशीलता


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4. साफ-साफ देखने में परेशानी होना


5. रंग फीका या पीला दिखना 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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