हर लड़की को 11 से 14 साल की उम्र के बीच पीरियड नहीं होता है. जिस उम्र में लड़की को मासिक धर्म होता है वह अलग-अलग होती है. लड़की को पहली बार मासिक धर्म होने की औसत आयु 12.4 साल की उम्र में होता है, लेकिन यह 10 से 16 साल की उम्र के बीच भी हो सकती है. एक लड़की का पीरियड आमतौर पर उसके ब्रेस्ट के विकसित होने और जघन बाल उगने के लगभग दो साल बाद शुरू होता है.
लड़की के मासिक धर्म होने की उम्र को प्रभावित कर सकते हैं, उनमें कम वजन होना, बहुत अधिक व्यायाम करना, तनाव और हार्मोन असंतुलन शामिल हैं. अगर किसी लड़की का मासिक धर्म 8 साल की उम्र से पहले शुरू हो जाता है, 15 साल की उम्र तक उसका पहला मासिक धर्म नहीं हुआ है, या स्तन वृद्धि के तीन साल के भीतर उसका पहला मासिक धर्म नहीं हुआ है, तो उसे डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
लड़की का मासिक धर्म 8 साल की उम्र से पहले शुरू हो जाता है. 15 साल की उम्र तक उसका पहला मासिक धर्म नहीं हुआ है. या स्तन वृद्धि के तीन साल के भीतर उसका पहला मासिक धर्म नहीं हुआ है. तो उसे डॉक्टर को दिखाना चाहिए. ज़्यादातर लड़कियों को पहली बार पीरियड्स तब आते हैं जब वे 12 साल की होती हैं. लेकिन कभी-कभी यह कुछ साल पहले या बाद में भी आ सकता है. हर लड़की के शरीर का अपना शेड्यूल होता है. लड़कियों को पीरियड्स आने की कोई एक सही उम्र नहीं होती.
इंग्लिश पॉर्टल 'हेल्थ लाइन' की रिपोर्ट के मुताबिक अगर किसी लड़की को पीरियड्स नहीं आता है तो इसके कई कारण हो सकते हैं. इसके कई नैचुरल रीजन के साथ-साथ खराब लाइफस्टाइल, हार्मोनल इनबैलेंस भी हो सकते हैं. इस स्थिति में डॉक्टर को दिखाना बेहद जरूरी है. लेकिन मेडिकल साइंस की भाषा में इसे 'एमेनोरिया' कहा जाता है. किसी लड़की को एमेनोरिया से पीड़ित तब माना जाता है जब एक लड़की को उसके 16 साल की उम्र तक पीरियड्स नहीं आता है.
हालांकि डॉक्टरों का मानना है कि एमेनोरिया कई कारणों से हो सकता है. सबसे आम कारण है अगर लड़की या महिला प्रेग्नेंट है. हालांकि अगर किसी लड़की का वजन बढ़ा हुआ है यह वह एक्सरसाइज नहीं करती हैं. तो ऐसे में वह इस बीमारी से पीड़ित हो सकती हैं. कई मामलों में हार्मोनल इनबैलेंस और रिप्रोडक्टिव सिस्टम में कुछ दिक्कतों के कारण भी पीरियड्स नहीं होते हैं. अगर किसी लड़की को एमेनोरिया की शंका हो रही है तो उन्हें बिना समय गवाएं तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. क्योंकि सही वक्त पर इलाज ही इसका उपचार है.
इसके दो कारण हो सकते हैं:-
एमेनोरिया के दो टाइप होते हैं
पहला एमेनोरिया तब होता है जब एक लड़की अपने 16 साल की उम्र या उसे भी पार कर गई हैं और अब तक पीरियड्स नहीं आए हैं. ज्यादातर लड़कियों को 9 से 18 साल की उम्र के बीच पीरियड्स शुरू हो जाते हैं, लेकिन 12 साल एक औसत उम्र है.
दूसरे टाइम के एमेनोरिया तब होता है जब एक लड़की या महिला को पीरियड्स आते हैं लेकिन अचानक से 3 महीने के लिए बंद हो जाता है.
एक सही उम्र पर पीरियड्स नहीं आने के कई कारण हो सकते हैं:-
प्राइमरी और सेकेंडरी एमेनोरिया कई कारणों से हो सकता है. कुछ कारण नैचुरल भी हो सकते हैं. दूसरी भी दिक्कत हो सकती है जिसका पता आपको डॉक्टर से मिलने के बाद ही पता चल पाएगा.
एमेनोरिया होने की सबसे अधिक संभावना वाले नैचुरल कारण में प्रेग्नेंसी, ब्रेस्टफीडिंग और मेनोपॉज शामिल हैं.
ऐसे लोग जो एकदम एक्सरसाइज नहीं करते हैं और काफी ज्यादा स्ट्रेस में रहते हैं उन्हें यह दिक्कत हो सकती है. जो लड़कियां अंडर वेट या ओवर वेट हैं. जिनका वजन कंट्रोल से बाहर है उन्हें भी पीरियड्स आने में देरी हो सकती है या पीरियड्स बंद भी हो सकता है.
शरीर में हार्मोनल इनबैलेंस भी एमनोरिया का सबसे बड़ा कारण हो सकता है. आमतौर पर जब पिट्यूटरी ग्लैंड या थॉयराइड ग्लैंड पर ट्यूमर की संभावना होती है. तो कम एस्ट्रोजन और हाई टेस्टोस्टेरोन का लेवल शरीर में पैदा करता है.
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देर से पीरियड्स आने का कारण जेनेटिक कारण भी हो सकते हैं. टर्नर सिंड्रोम और सॉयर सिंड्रोम भी हो सकते हैं.
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कई ऐसी लड़कियां या महिलाएं जो अनवॉनटेड ढेर सारी दवाइयां खाती है उन्हें भी एमेनोरिया की शिकायत हो सकती है.
हाई ब्लड प्रेशर और कीमोथेरेपी दवाएं की वजह से भी पीरियड्स में गड़बड़ी हो सकती है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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