नईदिल्ली: अक्सर बदलते मौसम, अनहेल्दी लाइफस्टाइल, खानपान का ध्यान ना रखने और बालों की सही से देखभाल ना करने से बाल टूटने लगते हैं. फिर चाहे आप किसी भी उम्र में हों बालों की समस्या हर किसी को हो सकती हैं. इस संबंध में एबीपीन्यूज ने न्यूट्रिशनिस्ट और फाउंडर ऑफ न्यूट्री हेल्थ की डॉ. शिखा शर्मा से बात की और जाना कि बालों की समस्या होने पर कैसी डायट लेना सबसे बेहतर विकल्प होता है. तो चलिए जानते हैं कैसी डायट आपके बालों को हेल्दी बना सकती है.


विटामिन बी कॉमप्लेक्स- विटामिन बी कॉम्‍पलेक्स लेने से स्कॉल्प और बालों की जड़ों को ऑक्सीजन मिलती है. इससे बाल भी बढ़ते हैं. बी कॉम्पोलेक्स लेने से एक सप्ताह में ही असर दिखने लगता है. ये डैमेज हेयर और बालों की शाइनिंग को भी ठीक रखता है. विटामिन बी कॉम्पलेक्स चिकन, सैमन मछली और टूना मछली में भरपूर पाया जाता है.


जिंक- जिंक की कमी से बालों में डेंड्रफ, ड्राई स्कॉल्प और हेयर लॉस की समस्या होने लगती है. जिंक की कमी पूरी करने के लिए नट्स, होल ग्रेन, मीट, सीफूड और मसूर की दाल खानी चाहिए.


कॉपर - कॉपर शरीर में हीमोग्लोबिन का प्रोडक्शन बढ़ाता है. इससे स्कॉल्प और बालों की जड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचता है. तिल के बीज, सोया, काजू, मीट और सीफूड में भरपूर मात्रा में कॉपर पाया जाता है.


आयरन- आयरन भी हीमोग्लोबिन का प्रोडक्शन बढ़ाता है. आयरन की कमी से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं. इससे बाल टूटने लगते हैं. आयरन की कमी को पूरा करने के लिए पालक, सोयाबीन, मसूर की दाल, राजमा, चिकन, मीट, अंडे और फिश खाने चाहिए.


विटामिन सी- ये कोलेजन प्रोडक्शन में मदद करता है. ये हेयर टिश्यू को होल्ड करने में मदद करता है. विटामिन सी की कमी के कारण बाल बहुत टूटने लगते हैं और झड़ते हैं. विटामिन सी संतरे, नींबू, बेरी, तरबूज, टमाटर, जामुन में पाया जाता है.


प्रोटीन- प्रोटीन नए बालों के प्रोडक्शन में मदद करता है. बींस, नट्स, दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स, फिश, अंडे, चिकन और होल ग्रेन में प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है.


फोलिक एसिड- बालों के रखरखाव के लिए फॉलिक एसिड बहुत जरूरी होता है. इसकी कमी से बाल सफेद होने लगते हैं. फोलिक एसिड मसूर की दाल, एवोकैडो, ब्रोकली, पालक, मटर, सूखे सेम, शलगम, भिंडी, साग, खट्टे फलों और जूस में पाया जाता है.


बायोटीन- हेयर लॉस का एक कारण बायोटीन की कमी होना है. अंडे, फिश ऑयल, बादाम, दूध और दूध के प्रोडक्ट्स, होल ग्रेन और सोया में बायोटीन पाया जाता है.