Obesity Cause Death Risk: ज्यादा वजन या मोटापा अपने साथ कई बीमारियों को लेकर आता है. ऐसी कई बीमारियों हैं, जो मोटापे के प्रभाव से किसी के शरीर में पैदा होती है. एक नए अध्ययन के मुताबिक, मोटापा किसी भी बीमारी से मरने के खतरे को 22 प्रतिशत से बढ़ाकर 91 प्रतिशत कर देता है. पॉपुलर स्टडीज़ जर्नल में पब्लिश अध्ययन के रिजल्ट के मुताबिक, हाई बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले लोगों में मृत्यु दर ज्यादा है. ये रिजल्ट उन अध्ययनों के रिजल्ट्स से बिल्कुल उलट है, जो यह दिखाते हैं कि दिल की बीमारी, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों में मोटापे से मौत का खतरा ज्यादा होता है. 


कोलोराडो बोल्डर यूनिवर्सिटी में सोशियोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर लेखक रेयान मास्टर्स ने कहा, 'हाई बीएमआई मृत्यु दर के खतरे को आम तौर पर तब तक नहीं बढ़ाती है, जब तक आपका लेवल बहुत हाई नहीं होता. उन्होंने कहा कि बीएमआई शरीर के वजन और ऊंचाई पर आधारित होता है. रिसर्चर्स ने 4468 मौतों सहित 17,784 लोगों के डेटा पर गौर किया. 


क्या कहती है स्टडी?


उन्होंने पाया कि हेल्दी वजन वाले पूरे 20 प्रतिशत सैंपल्स 10 साल पहले ज्यादा वजन या मोटापे की कैटेगरी में थे. डेटा अलग किए जाने पर यह देखने को मिला कि इस ग्रुप की उस कैटेगरी के लोगों की तुलना में काफी खराब हेल्थ प्रोफाइल थी, जिनका वजन स्टेबल था.


निष्कर्ष इस बात की पुष्टि करते हैं कि बीएमआई से जुड़े पूर्वाग्रहों द्वारा अध्ययन काफी प्रभावित हुआ है. अधिकतर स्टडीज के मुताबिक, 'ओवरवेट' कैटेगरी (बीएमआई 25-30) में आने वालों का सबसे कम मृत्यु दर है. 'मोटापे' की कैटेगरी (30-35) में आने वालों का मृत्यु दर के मामले में 'हेल्दी' कैटेगरी (18.5-25) के ऊपर वालों से बहुत कम या कोई जोखिम नहीं है.


कम BMI वालों में खतरा कम!


रिसर्चर्स ने पाया कि कम बीएमआई (18.5-22.5) वाले लोगों में मृत्यु दर का खतरा सबसे कम है. पिछले शोध के विपरीत, इस अध्ययन में यह भी पाया गया है कि कम वजन वालों के लिए मृत्यु दर में कोई वृद्धि नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ये रिसर्च बीएमआई के आधार पर निष्कर्ष निकालते वक्त वैज्ञानिकों को सतर्क करने का काम करेगा. 


 


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