कैंसर के लिए निमंत्रण है मोटापा, वजन और शरीर की बढ़ी चर्बी घटाने के जानिए आसान टिप्स
मोटापा और कैंसर के बीच संबंध पिछले 25 वर्षों से अच्छी तरह स्थापित है. विशेषज्ञों का कहना है कि महिलाों में कैंसर से 20 फीसद और पुरुषों में 14 फीसद मौत के पीछे मोटापे का योगदान है. आपको जानना चाहिए वजन को घटाना कैंसर के खतरे को कम करने के लिए क्यों अहम हो जाता है.
मोटापा और कैंसर के बीच संबंध पिछले 25 वर्षों से अच्छी तरह स्थापित है. विशेषज्ञों का कहना है कि महिलाओं में कैंसर से 20 फीसद और पुरुषों में 14 फीसद मौत के पीछे मोटापे का योगदान है. आपको जानना चाहिए वजन का घटाना कैंसर के खतरे को कम करने में क्यों अहम भूमिका अदा करता है. इसके अलावा, आप खुद को स्वस्थ रखने और फिट रहने के लिए क्या कर सकते हैं.
भारत में मोटापा के मामले चिंताजनक दर से बढ़ रहे हैं. कैंसर एक जटिल विकार है जिसमें शरीर के फैट की अत्यधिक मात्रा शामिल है. ये मेडिकल समस्या कई अन्य स्वास्थ्य मुद्दे जैसे टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, दिल का रोग, जोड़ों का दर्द, लिवरी, किडनी की बीमारी और कई प्रकार के कैंसर से जुड़ा हुआ है. ये आम तौर पर बहुत ज्यादा खाने और शारीरिक रूप से निष्क्रिय रहने के चलते होता है.
हालांकि, कई अन्य जोखिम जैसे जीन और खास सेहत की स्थिति वजन बढ़ने की वजह हो सकती है, जिससे मोटापा हो सकता है. सौभाग्य से, मामूली वजन घटाना भी फायदेमंद हो सकता है. जीवनशैली में स्वस्थ बदलाव, स्वस्थ डाइट प्लान और नियमित व्यायाम वजन को कम करने, पेट की चर्बी घटाने और मोटापा से जुड़ी समस्याओं को रोकने में मददगार हो सकते हैं.
इंटरनेशनल एजेंसी फोर रिसर्च ऑन कैंसर ने मोटापा से जुड़े कैंसर के तौर पर 13 कैंसर की सूची बनाई है. मोटापा और सबसे आम कैंसर के बीच संबंध को समझकर खतरे को कम करने के उपाय किए जा सकते हैं.
मोटापा और कैंसर के बीच संबंध मोटापा और ब्रेस्ट कैंसर- मंगलवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर कैंसर की सबसे आम शक्ल के तौर पर लंग कैंसर से आगे निकल चुका है, हर साल दुनिया भर में करीब 12 फीसद मामले दर्ज किए जा रहे हैं. ये भी देखा गया है कि इलाज के नतीजे ज्यादा खराब हैं और मोटापा से होनेवाले ब्रेस्ट कैंसर में मौत का खतरा ज्यादा है. मरीजों को बीमारी की पहचान और इलाज में अक्सर देरी हो जाती है. सामान्य वजन वाले मरीजों के मुकाबले मोटापा के मरीजों में कीमोथेरेपी का प्रतिरोध भी ज्यादा खराब है.
मोटापा और लीवर कैंसर- पुरूषों में लीवर कैंसर कैंसर का सबसे पांचवां सबसे आम प्रकार है और दुनिया भर की महिलाओं में कैंसर का सबसे नौवां आम प्रकार है. हेपेटाइटिस बी और सी का संक्रमण लीवर रोग का सबसे आम कारण है. मोटापा कई कैंसर के खतरे को बढ़ाता है और खराब नतीजों से जुड़ा है. वजन रोकना कैंसर के खतरे को कम करने में अहम भूमिका निभाता है.
वजन कम करने के प्रभावी नुस्खे चाहे आपको मोटा होने का खतरा हो या न हो, कई तरीकों से आप गैर सेहतमंद वजन में बढ़ोतरी और संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में मदद हासिल कर सकते हैं. वजन कम करने या वजन कम बनाए रखने के लिए आसान उपाय अपनाने पर विचार करें.
स्वस्थ डाइट- स्वस्थ संतुलित आहार का पालन करें जिसमें पौष्टिक फूड्स जैसे ताजा फल और अत्यधिक फाइबर वाली सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन हो. दिल की बीमारी, मोटापा और कई स्वास्थ्य समस्याओं के ज्यादा खतरे से जुड़े सैचुरेटेड फैट को नजरअंदाज करें. ज्यादातर समय स्वस्थ वजन और संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देनेवाले भोजन के विकल्पों को सुनिश्चित करें.
ब्रेकफास्ट खाना- रिसर्च से साबित हुआ है कि ब्रेकफास्ट खाने से दिन के लिए कम कैलोरी सेवन में मदद मिलती है. कम कैलोरी खाना स्वस्थ वजन का प्रमुख तत्व है. ब्रेकफास्ट को छोड़ना मोटापा और अधिक वजन से जुड़ा है. मिसाल के तौर पर, एक रिसर्च से खुलासा हुआ है कि ब्रेकफास्ट छोड़नेवालों में मोटापे की दर अक्सर ब्रेकफास्ट खानेवालों के मुकाबले ज्यादा थी.
नियमित व्यायाम- तेजी से चहलकदमी, तैराकी, समतल जमीन पर बाइक राइडिंग, डबल टेनिस खेलना जैसे शारीरिक गतिविधियों के बेहतरीन कुछ उदाहरण हैं. शरीर पर अतिरिक्त चर्बी को रोकने के लिए एक हफ्ते में 150-300 मिनट की गतिविधि का मकसद होना चाहिए.
वजन की मॉनिटरिंग- नियमित आधार पर अपने वजन को तौलना फिटनेस उद्देश्य के साथ आपको ट्रैक पर रखने में मदद कर सकता है. मायो क्लीनिक के मुताबिक, जो लोग एक हफ्ते में कम से कम एक बार खुद को तौलते हैं, उन्हें शरीर के अतिरिक्त वजन को हटाने में ज्यादा सफलता मिलती है.
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