Obesity SIde Effects: कोशिकाओं की अनियंत्रित ग्रोथ कैंसर कहलाती है. कैंसर होने के लिए कई कारक भी जिम्मेदार होते हैं. मसलन जिन लोगों को जेनेटिक समस्या है. उन्हें कैंसर होने का खतरा अधिक रहता है. रेडियोएक्टिव किरणों के संपर्क में अधिक रहने से कैंसर हो सकता है. दूषित हवा ले रहे हैं तो भी कैंसर का खतरा है. इसके अलावा मोटापा भी कैंसर होने के पीछे बड़ी वजह में शामिल है. हर साल 4 मार्च को World Obesity Day मनाया जाता है. ऐसे में मोटापे से होने वाले खतरों को भी जानना जरूरी है. 


ये 13 तरह के हो सकते हैं कैंसर


यूएस सीडीसी वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार, मोटापा से 13 तरह के कैंसर हो सकते हैं. इनमें अन्नप्रणाली के एडेनोकार्सिनोमा, ब्रेस्ट कैंसर, कोलन और मलाशय कैंसर, गर्भाशय कैंसर, पित्ताशय की थैली का कैंसर, पेट का कैंसर, किडनी का कैंसर, लिवर कैंसर, अंडाशय कैंसर, अग्न्याशय का कैंसर, थायराइड कैंसर, ब्रेन कैंसर मल्टीपल मायलोमा शामिल हैं. 


मोटापे का कैंसर से क्या है कनेक्शन


फैट टिश्यू एस्ट्रोजन की अधिक मात्रा का उत्पादन करते हैं. ये ब्रेस्ट, एंडोमेट्रियल और डिम्बग्रंथि के कैंसर से जुड़े होते हैं. मोटे लोगों के ब्लड रक्त में इंसुलिन और इंसुलिन जैसे वृद्धि कारक हाई लेवल पर पहुंच जाते हैं. इस स्थिति को हाइपरइंसुलिनमिया कहा जाता है. यह कैंसर होने की एक स्थिति होती है. इससे कोलन, किडनी और प्रोस्टेट में कैंसर हो सकता है. 


जन्म के समय वजन अधिक है तो भी कैंसर का खतरा


जन्म के समय अधिक वजन होने से कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. एक एडल्ट में वजन बढ़ना और तेजी से वजन बढ़ते जाना कैंसर का जोखिम कारक होता है. वजन समय के साथ बदल सकता है. यदि वजन कभी घट रहा है और कभी बढ़ रहा है तो इससे भी कैंसर होने की संभावना रहती है. 


कितना होना चाहिए बीएमआई


किसी व्यक्ति का वजन बॉडी मास इंडेक्स यानि बीएमआई से मापा जाता है. एक स्वस्थ बीएमआई 18.5 और 24.9 के बीच होता है. 25 से ऊपर बीएमआई को अधिक वजन माना जाता है और 30 से ऊपर को मोटापा माना जाता है. कमर माप का उपयोग करके वजन और स्वास्थ्य को भी मापा जा सकता है. एक स्वस्थ कमर का माप पुरुषों के लिए 40 इंच और महिलाओं के लिए 35 इंच है. मोटी कम वाले लोगों को बीमार होने का खतरा अधिक रहता है. 


क्या करना चाहिए


मौसमी फल और सब्जियां खाना, प्रोसेस्ड फूड का सेवन कम करना चाहिए. इससे वजन नियंत्रित रहता है.  वसा, कार्बाेहाइड्रेट और प्रोटीन युक्त संतुलित आहार वजन को दुरस्त रखता है. वजन मैंटेन रूटीन एक्सरसाइज करनी चाहिए. एक्सरसाइज, योगा और तेज कदमों से चलना भी लाभकारी होता है.


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