Beautiful smile teeth whitening: सफेद दांत, खूबसूरत मुस्कान और स्वस्थ मसूड़ों की चाहत हम सभी की होती है. खासतौर पर जिन लोगों को एक बार भी दांत दर्द (toothache) हो चुका है, वे इस भयानक दर्द से जीवनभर दूर रहना चाहते हैं. यहां आपको एक ऐसी आयुर्वेदिक विधि (Ayurvedic tips) बताई जा रही है जो आपकी स्माइल से लेकर ओरल हाइजीन तक आपके मुंह की पूरी सफाई करती है वो भी सिर्फ 4 से 5 मिनट में...और हां, इस विधि को अपनाने से पूरी हेल्थ पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. यही कारण है कि आयुर्वेद में विश्वास रखने वाली बॉलीवुड की कई टॉप ऐक्ट्रेस हर दिन ऑइल पुलिंग (Oil Pulling) करती हैं...


क्या है ऑइल पुलिंग?
ऑइल पुलिंग ओरल हेल्थ के लिए एक आयुर्वेदिक चिकित्सा है, जिसे आयुर्वेद में गंडूशा के नाम से जाना जाता है. इसमें सुबह उठने के बाद बिना कुछ खाए पिए मुंह में ऑइल भरकर उसे कुछ देर के लिए पूरे मुंह में घुमाना होता और फिर इसका कुल्ला करना होता है.


किस तेल से करें ऑइल पुलिंग?



  • आयुर्वेद के अनुसार ऑइल पुलिंग के लिए केवल तिल का तेल (Sesame Oil) का ही उपयोग किया जाना चाहिए. जितने भी लिक्विड फैट होते हैं, उनमें तिल के तेल को बेस्ट माना गया है. ऐसा तिल के गुणों के कारण है.

  • आजकल लोग आपको नारियल तेल (Coconut Oil)से ऑइल पुलिंग करने की सलाह देते हुए मिल जाएंगे या इंटरनेट पर भी आपको कई जगह इस तरह की जानकारी पढ़ने के लिए मिल सकती है. लेकिन ऐसा ना करें. हम यह नहीं कहेंगे कि ये गलत है लेकिन यह प्रक्रिया आपके उन उद्देश्यों को पूरा नहीं कर पाएगी, जिसके लिए गंडूशा करते हैं.

  • दूसरी बात, नारियल तेल गुणों में भारी, ठंडा और मीठा होता है. इसलिए यह ऑइल पुलिंग की उन बेसिक नीड्स को उस तरह से पूरा नहीं कर पाता है, जैसा कि ओरल हेल्थ के लिए तिल का तेल कर पाता है.


ऑइल पुलिंग के फायदे क्या हैं?



  • सांसों की दुर्गंन्ध की समस्या है तो ऑइल पुलिंग आपके लिए बेस्ट है. ट्राई करें, सप्ताह भर के अंदर रिजल्ट दिखने लगेगा.

  • गंडूशा करने से दांतों की सफेदी बढ़ती है. यानी आप टीथ वाइटनिंग के लिए इसे कर सकते हैं.

  • सुबह खाली पेट मुंह में तेल लेकर इसे कुछ देर रखने, मुंह में घुमाने और फिर कुल्ला करने से बॉडी डिटॉक्स होती है.

  • ओरल हेल्थ और ओरल हाइजीन दोनों को बनाए रखने के लिए ऑइल पुलिंग आसान और अन्य ट्रीटमेंट्स की तुलना में सस्ता उपाय है.

  • ऑइल पुलिंग करने से सेंसेटिव गला ठीक होता है और गले संबंधी रोग दूर रहते हैं. कानों में भी किसी तरह की समस्या जल्दी से नहीं होती और सुनने की शक्ति सही बनी रहती है.

  • चेहरे पर उम्र हावी नहीं होती (Early ageing) और स्किन का ग्लो (Skin glow) बना रहता है. 

  • दांद दर्द, दांत में कीड़ा लगना जैसी समस्याएं नहीं होती हैं. मुंह की पूरी सफाई हो जाती है (Oral Hygiene) और मसूड़े स्वस्थ (Healthy Gums) रहते हैं.


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. 


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