Coronavirus: विश्वभर में कोरोना का कहर काफी भयानक बना हुआ था. दूसरी लहर में लाखों लोगों ने अपनी जान गवाई थी. इसके बाद कुछ राहत देखने को मिली ही थी कि कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने दस्तक दे दी. हालांकि कोरोड़ों की संख्या में वैक्सीनेशन हो चुका है. इसके बाद भी लोगों में संक्रमण देखने को मिल रहा है. जिससे डॉक्टर्स की चिंता बढ़ गई है. 


हालांकि कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि कोरोना का नया वेरिएंट ज्यादा चिंता जनक और प्रभावी नहीं है. लेकिन इसके बाद भी ओमिक्रोन ने दोबारा से टेस्टिंग के लिए विवश किया है. कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि कुछ समय बाद यह वायरस एक बीमारी के रूप में तब्दील हो जाएगा. कहा जा रहा है कि ओमिक्रोन विशेष रूप से ज्यादा संक्रामक साबित हुआ है जोकि वैक्सीनेटेड या फिर ज्यादा इम्यूनिटी वाले लोगों को भी प्रभावित कर सकता है.


ओमिक्रोन गंभीर नहीं है
रिसर्चर का मानना है कि पहले की तुलना में भले ही ओमिक्रोन के मामले तेजी से बढ रहे हों, लेकिन ये उतने प्रभावी और गंभीर नहीं है. ओमिक्रोन के संक्रमित व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती नहीं होना पड़ रहा है वह घर पर ही आइसोलेट होकर ठीक हो रहा है जिससे यह साबित होता है कि यह वेरिएंट ज्यादा प्रभावी नहीं है.


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कॉमन कोल्ड कोरोना वायरस की तरह बन जाएगा
फ्रांस के विशेषज्ञ एलेन फिशर का मानना है कि, "शायद हम एक ज्यादा सामान्य वायरस की तरफ बढ़ते हुए विकास की शुरुआत देख रहे हैं." क्लिनिकल वायरोलॉजिस्ट जूलियन टैंग ने ओमिक्रोन की गंभीरता को लेकर कहा है कि मुझे अब भी उम्मीद है कि यह वायरस आने वाले एक या दो साल में अन्य कॉमन कोल्ड कोरोना वायरस की तरह बन जाएगा.


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