Covid -19 : सर्दियों के मौसम में सांस से जुड़ी कई बीमारियां सामने आ जाती हैं. ऐसे में कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के आने से, इन बीमारियों में फर्क समझना और भी मुश्किल हो गया है. एक्सपर्ट्स भले ही इस नए वेरिएंट को हल्का बता रहे हों, लेकिन इससे होने वाले लक्षणों ने सभी के लिए भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है, जिससे लोगों के लिए कोविड और फ्लू संक्रमण के बीच अंतर करना मुश्किल हो गया है.
क्या SARs-COV-2 और इंफ्लूएंज़ा वायरस अलग हैं?
कोरोना वायरस और इन्फ्लूएंज़ा वायरस दोनों श्वसन संबंधी बीमारियां हैं, दोनों में बुखार, खांसी, नाक बहना, गले में खराश, सांस फूलना और सिरदर्द जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं. यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसी, छींक, बात करने आदि से निकलने वाली बूंदों के जरिए फैलते हैं. लेकिन ओमिक्रॉन तेजी से लोगों में फैल रहा है. इंफ्लूएंज़ा और कोरोना वायरस में फर्क की बात करें, तो फ्लू के लक्षण जल्दी दिखने लगते हैं, जबकि कोविड में संक्रमित होने के कुछ दिन बात लक्षण सामने आते हैं. साथ ही कोविड-19, फ्लू की तुलना में ज़्यादा संक्रामक है, और तेज़ी से लोगों में फैलता है. फ्लू में लक्षण संक्रमित होने से एक से 4 दिन में दिख जाते हैं, वहीं कोरोना वायरस में संक्रमित होने के बाद लक्षण दिखने में दो से 14 दिन का समय भी लग सकता है.
कोविड और फ्लू में अंतर समझने का सबसे बेस्ट तरीका क्या है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक ठंड के मौसम में सीजनल फ्लू की समस्या होना सामान्य माना जाता है. सीजनल फ्लू के कुछ लक्षण कोविड-19 की तरह ही हो सकते हैं, इसमें अंतर करना आवश्यक है. सीजनल फ्लू में बुखार या ठंड लगने, खांसी आने, सांस की तकलीफ, थकान, गले में खराश, बंद नाक की समस्या, मांसपेशियों या शरीर में दर्द की दिक्कत हो सकती है. चूंकि इस मौसम में कोविड-19 और सीजनल फ्लू दोनों के केस देखे जा रहे हैं, ऐसे में इनको लेकर कोई भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.