Omicron Variant: कोरोना के नये और बेहद संक्रामक वेरिएंट (Infectious Variant) की खोज के बाद से ही लगातार लोगों के बीच इसका डर बना हुआ है. भारत में भी ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. सबसे ज्यादा मामले राजधानी दिल्ली (Delhi Omicron Cases) और महाराष्ट्र (Maharashtra Omicron Cases) से सामने आए है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार ओमिक्रोन के संक्रमण की गति डेल्टा वेरिएंट से कहीं ज्यादा है. देश में ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों को देखते हुए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)  ने राष्ट्र के नाम संबोधन में बताया कि सरकार कोरोना से निपटने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही हैं.


इसके साथ ही उन्होंने देश में 15 से 18 वर्ष की आयु से सभी लोगों के लिए वैक्सीन (Vaccine For Children of Age 15 to 18 Years) का ऐलान किया. इसके साथ ही हेल्थ केयर वर्कर्स और 60 से अधिक उम्र के लोगों के लिए Precautionary Dose का भी ऐलान किया. वहीं उन्होंने देश में जल्द ही डीएनए आधारित वैक्सीन की शुरुआत का भी ऐलान किया. बता दें कि अब तक देश में दो वैक्सीन को शील्ड और कोवाक्स लोगों को लगाई जा रही हैं.


क्या होती है डीएनए वैक्सीन?
खबरों के मुताबिक जायकोब-डी (zycov-d vaccine) एक प्रकार की प्लाज्मिड डीएनए वैक्सीन है जो डीएनए के इस्तेमाल से बनाई जाती है. इस वैक्सीन में निडल फ्री वैक्सीन है और सामान्य वैक्सीन से अलग इसके शॉट्स दिए जाते हैं. यह स्पाइक प्रोटीन से बनाया जाता है जो कोरोना से शरीर को लड़ने की इम्यूनिटी देता है. कंपनी के द्वारा दिए गए डेटा के मुताबिक यह वैक्सीन कोरोना के खिलाफ 66.6 फीसदी से अधिक प्रभावी.


यह वैक्सीन जेट इंजेक्टर से दी जाए वैक्सीन
आपको बता दें कि जायकोब-डी वैक्सीन को निडल के द्वारा नहीं बल्कि जेट इंजेक्टर तकनीक के द्वारा दिया जा रहा है. इसमें गैस या स्प्रिंग से बने दबाव के माध्यम से त्वचा के अंदर शॉट्स दिए जाते हैं. इसमें वैक्सीन लेने वाले लोगों को दर्द का एहसास नहीं होता है. अभी ओमिक्रोन पर यह वैक्सीन पर कितना प्रभावी इस पर रिसर्च चल रही हैं.