नयी दिल्ली: जेनेरिक दवा को आगे बढ़ाने की प्रधानमंत्री की कवायद को चिकित्सा बिरादरी से जोरदार समर्थन मिला है लेकिन एम्स में इस तरह की केवल 230 दवा ही उपलब्ध है.



संस्थान के निदेशक को एक पत्र में एम्स की रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने कहा है कि अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा पर्ची पर सबसे अधिक लिखी जाने वाली 53 दवा ही स्टोर में उपलब्ध नहीं है और लगातार याद दिलाए जाने के बावजूद उन्हें खरीदने की कोई कोशिश नहीं हुई है. आरडीए ने इस मुद्दे पर फ्री जेनेरिक मेडिसीन स्टोर के प्रभारी से हाल में मुलाकात भी की थी.

आरडीए के अध्यक्ष डॉ. विजय गुर्जर ने पत्र में कहा, ‘‘हमें पता चला कि मरीजों के केवल छठे हिस्से को ही यह सुविधा मुफ्त जेनेरिक दवा मिल रही है इसलिए हमें जेनेरिक दवा को बढ़ावा देने के लिए कोशिश करनी होगी.’’