नई दिल्लीः हाल ही में एक रिसर्च आई है जिसके मुताबिक, जिन बच्चों के भाई-बहन नहीं होते वे स्वार्थी होते हैं. इतना ही नहीं, ऐसे बच्चे अकेलेपन का शिकार होते हैं. रिसर्च में ये भी कहा गया कि इन बच्चों का दिमाग सामान्य बच्चों से हटकर डवलप होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं ऐसे बच्चे हाइपरटेंशन का भी खूब शिकार होते हैं. इसी मामले में एबीपी न्यूज़ ने गंगाराम हॉस्पिटल की डॉ. आरती से बात की. जानिए, बच्चों के हाइपरटेंशन को लेकर क्या कहना है इनका.




  • डॉ. का कहना है कि बच्चों में हाइपरटेंशन का सबसे बड़ा कारण लाइफस्टाइल है. ऐसे बच्चे ओवर पैंपर्ड होते हैं और अपनी चीजें किसी से शेयर नहीं करते. यहां तक की फूड्स भी.

  • बच्चे आजकल फैटी स्टफ, हाई कॉलेस्ट्रॉल स्टफ अधिक खाते हैं. बहुत कम फीजिकल एक्टिविटी करते हैं.

  • ऐसे बच्चे बहुत ज्यादा सेंसेटिव होते हैं. इन्हें बात-बात पर गुस्सा आता है.

  • सिंगल बच्चे बहुत ज्यादा सोशल नहीं हो पाते. ऐसे बच्चे चीजों को शेयर करना नहीं सीख पाते. इनमें पेशेंस नहीं होता.

  • ऐसे बच्चे अपने इमोशंस कंट्रोल नहीं कर पाते.

  • सिंगल बच्चे डिप्रेशन के अधिक शिकार होते हैं. वे अकेला महसूस करते हैं.

  • फैमिली के स्ट्रेस के कारण भी कई बार बच्चों को हाइपरटेंशन हो जाती है.

  • आसान शब्दों में कहा जाए तो सिंगल बच्चों में हाइपरटेंशन का बड़ा कारण उनका लाइफस्टाइल और डिप्रेशन है.


नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.