Oral Hygiene : अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन के अनुसार, सुबह की जगह रात में मुंह में बैक्टीरिया तेजी से बढ़ता है, जिससे प्लॉक, कैविटी और मसूड़ों की बीमारी का खतरा ज्यादा रहता है. हैरानी की बात है कि मुंह में 650 तरह के बैक्टीरिया होते हैं, जिनकी संख्या करीब 200 करोड़ होती है और हर 5 घंटे में ये बढ़ जाते हैं. अगर 24 घंटे में ब्रश न करें तो इनकी संख्या 10 हजार करोड़ पहुंच सकती है.


सुबह उठने पर मुंह में कई तरह के बैक्टीरिया होते हैं, जिनकी सफाई के लिए ब्रश करते हैं. ये बैक्टीरिया काफी हानिकारक भी हो सकते हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि जिस मुंह में इतने सारे बैक्टीरिया होते हैं, क्या सुबह उठने के बाद मुंह जहरीला हो जाता है. आइए जानते हैं सच...


क्या सुबह जहरीला हो जाता है मुंह


मुंह के बासी लार में पोटैशियम, सोडियम, ग्लूकोज, फॉस्फेट, कैल्शियम और प्रोटीन होता है, जो दांतों को मजबूती देने का काम करता है. लार में एंटीबायोटिक भी होते हैं, जो दांतों को इंफेक्शन या सड़ने से बचा सकते हैं. सुबह-सुबह बासी मुंह पानी पीने से शरीर कई तरह की बीमारियों से भी बच सकता है.


इससे एसिडिटी, खट्टी डकार से छुटकारा मिल जाता है. इसके अलावा इससे किडनी की सेहत दुरुस्त रहती है, शरीर इंफेक्शन से बचता, नए सेल्स बनते हैं, दिमाग तेज होता है, मेटाबॉलिज्म बढ़ता है, स्किन की चमक बढ़ती है, बालों के लिए सही माना जाता है और वजन भी कम होता है. ऐसे में यह कहना गलत है कि सुबह उठने के बाद मुंह जहरीला होता है. हालांकि, अगर सही तरह से मुंह की सफाई न किया जाए तो यह खतरनाक बीमारियों को जन्म भी दे सकता है.


अच्छी ओरल हेल्थ न होने से क्या होगा


दिल की बीमारियों का खतरा


हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अच्छी ओरल हेल्थ शरीर में कई खतरनाक बैक्टीरिया को जाने से रोकती हैं.  मुंह से ही बैक्टीरिया लंग्स और डाइजेस्टिव सिस्टम में पहुंचते हैं और दिल की बीमारी का कारण बन सकते हैं. दरअसल, मुंह, दांत और मसूड़े की हाइजीन का कनेक्शन दिल से है. मुंह में कुछ तरह के माइक्रो ऑर्गेनिज्म होते हैं, जो कार्डिएक वॉल्व  को प्रभावित कर सकते हैं. इससे हार्ट की पंपिंग पर भी असर पड़ता है, जो स्ट्रोक और हार्ट अटैक का कारण बन सकता है.


दांतों की सड़न


मुंह में बैक्टीरिया होने से दांतों के सड़ने और मसूड़ों के गलने का खतरा हो सकता है. कई बार मसूड़ों से खून भी आ सकता है.रोजाना दिन में 2 बार ब्रश और फ्लॉस करने से इससे बच सकते हैं.


गैस, अल्सर और खराब डाइजेशन


हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हमारा मुंह शरीर का मेन गेट है. अगर ओरल हाइजीन सही नहीं है तो इससे गट यानी आंते प्रभावित हो सकती है. खराब ओरल हाइजीन से मुंह से आंतों में माइक्रोब्स पहुंच सकते हैं. इससे शरीर में दिक्कतें आ सकती हैं.


प्रेगनेंसी कम कर सकता है कैल्शियम लेवल


प्रेगनेंसी में हर महिला को ओरल हाइजीन का ख्याल रखना चाहिए. दरअसल, प्रेगनेंसी में हॉर्मोंस बढ़ जाते हैं, जिससे कई बार महिलाएं प्रेगनेंसीइंड्यूस्ड जिंजिवाइटिस की समस्या हो सकती हैं. इससे महिला के मसूड़ों में सूजन आ सकती है और खून आने लगता है. हॉर्मोंस के बदलाव से प्रेगनेंसी में मसूड़ों में प्लॉक हो सकता है. इसका असर भ्रूण पर भी पड़ सकता है.


याददाश्त हो सकती है कमजोर


अमेरिका के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑन एजिंग की एक स्टडी में पाया गया है कि मसूड़ों को खराब करने वाले बैक्टीरिया अल्जाइमर का कारण बन सकते हैं. ये बैक्टीरिया खून के जरिए दिमाग में पहुंचते हैं और डिमेंशिया की वजह बन जाते हैं, जिससे याददाश्त कमजोर हो सकती है. हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसे मामले नहीं देखे हैं.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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