ऑक्सफोर्ड और भारत की सीरम ने ऑस्ट्रेलिया में नई कोविड-19 वैक्सीन का मानव परीक्षण शुरू किया है. दुनिया के कई देशों में परीक्षण में शामिल ऑक्सफोर्ड की ये दूसरी संभावित वैक्सीन है. ब्रिटिश फार्मा कंपनी SpyBiotech ने ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन को डिजायन किया है.


ऑस्ट्रेलिया में ऑक्सफोर्ड की नई वैक्सीन का परीक्षण


ऑस्ट्रेलिया में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ब्रिटिश कंपनी की वैक्सीन का प्रथम और दूसरे चरण का मानव परीक्षण कर रही है. ऑक्सफोर्ड के शोधकर्ताओं ने 2017 में SpyBiotech के नाम से फार्मा कंपनी की शुरुआत की थी. फार्मा कंपनी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुमी बिस्वास के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया आनेवाले दिनों में सैकड़ों वॉलेंटियर को परीक्षण में शामिल करनेवाली है.


ब्रिटिश फार्मा कंपनी SpyBiotech ने किया है डिजायन


वैक्सीन में वायरस जैसे अंश हेपेटाइटिस बी से इस्तेमाल किया गया है. ये एक बैक्टीरियल शक्तिशाली गोंद तकनीक है. जिसे अलग-अलग वैक्सीन के डिलीवरी प्लेटफॉर्म पर एंटीजेन को जोड़ा जा सकता है. सुमी ने बताया कि वायरस जैसे अंश का इस्तेमाल वैक्सीन में हेपेटाइटिस बी के खिलाफ कई वर्षों से किया जाता रहा है.


कोविड-19 के खिलाफ दुनिया में अंतिम चरण के परीक्षण तक पहुंचनेवाली कई वैक्सीन हैं. मगर ऑक्सफोर्ड की एस्ट्राजेनेका वैक्सीन ChAdOx1-S को सबसे उन्नत माना जा रहा है. ChAdOx1-S का अमेरिका में तीसरे चरण का मानव परीक्षण चल रहा है. उम्मीद है कि ऑक्सफोर्ड नवंबर के अंत तक परीक्षण को पूरा कर लेगी. उसके बाद अगले साल के शुरू में उत्पादन करने का भी लक्ष्य है. ऑक्सफोर्ड ने फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ वैक्सीन के बड़े पैमाने पर उत्पादन करने के लिए समझौता किया है. परीक्षण के कामयाब होने पर उसका लक्ष्य दुनिया को 2 बिलियन डोज देने का है.


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