Heart Failure: बेड लाइफ़स्टाइल के कारण दिल के रोग बढ़े हैं. पिछले 2 सालों में कई सेलिब्रिटीज की जान हार्ट अटैक की वजह से जा चुकी है. हार्ट अटैक भी उस दौरान आए, जब वह अपनी बॉडी को फिट कर रहे थे. ऐसे में यह तो नहीं कहा जा सकता है कि यदि बॉडी फिट है तो हार्ट भी फिट ही होगा. हार्ट में जब कुछ गड़बड़ी होती है तो वह बॉडी को सिग्नल देता है. इन्हीं में से एक इंपोर्टेंट सिग्नल है, दर्द का होना. यदि बॉडी के अलग-अलग हिस्सों में दर्द है तो समझ लें, दिल में कुछ ना कुछ गड़बड़ चल रही है. हालांकि डॉक्टर बताते हैं कि दर्द के कारण कुछ और भी हो सकते हैं, लेकिन इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए. हार्ट में कुछ प्रॉब्लम होना भी इसकी एक वजह हो सकती है


इन दर्दों से दिल दे सकता है signal
डॉक्टरों के मुताबिक चेस्ट पेन होना हार्ट में गड़बड़ी होने का कॉमन symptom है, लेकिन इसके अलावा बॉडी में अन्य जगह भी दर्द महसूस किया जा सकता है. यह कंधे के लेफ्ट और राइट की ओर, लेफ्ट और राइट हैंड में दर्द, पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, जबड़े, गर्दन में भी दर्द होना हार्ट में गड़बड़ी होने का एक सिग्नल हो सकता है. डॉक्टरों का कहना है कि कार्डियक प्रॉब्लम की शुरुआत हल्के दर्द या डिसकंफर्टनेस से हो सकती है. इसे बिल्कुल भी इग्नोर नहीं करना चाहिए.


पसीना आए, सांस फूले तो डॉक्टर के पास जाए
डॉक्टरों का कहना है कि दिल का दर्द छाती, कंधे, कमर कहीं भी हो सकता है. यदि बैक पेन है और उसके साथ सांस का फूलना, थकान और पसीना आ रहा है तो यह कार्डियक अरेस्ट का लक्षण हो सकता है. इसलिए ऐसा लगे तो तुरंत ही डॉक्टर के पास जाना चाहिए.


महिलाएं रहें अधिक Alert
हार्ट अटैक महिला और पुरुष किसी को भी हो सकता है. किसी भी उम्र में हो सकता है और कभी भी हो सकता है. लेकिन एक स्टडी में सामने आया है कि यदि बैक पेन पुरुष और महिलाओं दोनों को हो रहा है तो इसमें महिलाओं में हार्ट अटैक की संभावना ज्यादा हो सकती है. ऐसे में बैक पेन होने पर महिलाओं को अलर्ट रहने की जरूरत है. उन्हें तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.


क्या होता है हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट
हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में थोड़ा अंतर है. दरअसल जब हार्ट को जाने वाली आर्टरीज में ब्लड फ्लो सही ढंग से नहीं कर पाती हैं. इससे हार्ट पर ब्लड सप्लाई के लिए प्रेशर बढ़ता है और इससे बॉडी के अलग अलग पार्ट्स में पेन होना शुरू होता है. यही हार्ट अटैक है. इसमें दिल एक साथ काम करना बंद नहीं करता, लेकिन यदि हार्ट को जाने वाली आर्टरीज में किसी कारणवश ब्लड फ्लो होना बिल्कुल बंद हो जाए तो कार्डियक अरेस्ट आता है. इसमें व्यक्ति तुरंत बेहोश होकर जमीन पर गिर जाता है. दिल काम करना बंद कर देता है. अगर जल्दी ही व्यक्ति को ट्रीटमेंट ना मिले तो सडन कार्डियक अरेस्ट के कारण उसकी मौत तक हो सकती है.


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